logo-image

देश में पहली बार झारखंड चुनाव से हुई बूथ ऐप की शुरुआत, जानिए इसके बारे में

Jharkhand Assembly Election: 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव आखिरी दौर में है. यहां चुनाव से ही भारतीय निर्वाचन आयोग ने पहली बार पूरे देश में नई व्यवस्था की शुरुआत की.

Updated on: 18 Dec 2019, 10:10 AM

रांची:

Jharkhand Assembly Election: 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव आखिरी दौर में है. अब तक 4 चरणों में मतदान संपन्न हो चुका है. अब महज एक पांचवें और अंतिम चरण का मतदान बाकी है. इस चरण में 20 दिसंबर को मतदान होगा. यहां चुनाव से ही भारतीय निर्वाचन आयोग ने पहली बार पूरे देश में नई व्यवस्था की शुरुआत की. वैसे भी चुनाव आयोग द्वारा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने पर जोर रहा है. इस सिलसिले में झारखंड चुनाव के दौरान देश में पहली बार बूथ ऐप का इस्तेमाल किया गया. आयोग की तरह से इस ऐप को दूसरे चरण के चुनाव में ही लांच कर दिया गया. इसके बाद तीसरे और चौथे चरण में इसका उपयोग किया गया.

यह भी पढ़ेंः Jharkhand Poll: चौथे चरण की 15 सीटों पर कैसा रहा था 2014 का परिणाम, जानिए यहां

81 में से 10 सीटों पर बूथ ऐप का उपयोग हुआ

प्रायोगिक तौर पर 81 विधानसभा सीटों में से 10 सीटों पर बूथ ऐप का उपयोग हुआ है. इसके तरह दूसरे चरण की जमशेदपुर पूर्व, जमशेदपुर पश्चिम और चाईबासा में बूथ एप्प का इस्तेमाल किया गया. तीसरे चरण में रामगढ़, हजारीबाग, रांची विधानसभा सीट और चौथे चरण में देवघर, गांडेय, बोकारो औऱ झरिया विधानसभा क्षेत्र में बूथ ऐप का उपयोग किया गया. 

बूथ एप्प के हैं कई फायदे

चुनाव आयोग के मुताबिक, इसका ऐप का उपयोग सरल और सुविधानजक है. इस ऐप के जरिए मतदाता अपने टोकन नंबर के हिसाब से अपना क्रम आने पर सुविधापूर्ण तरीके से मतदान कर सकता है. साथ ही मतदानकर्मियों को इस ऐप से काम करने में काफी सहूलियत होती है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस पर बरसे अमित शाह- ये पार्टी न देश को सुरक्षित कर सकती, न जनभावना कर सम्मान

मतदान से जुड़ी जानकारी रियल टाइम में मिलेगी

चुनाव आयोग के मुताबिक, इस ऐप के जरिए मतदान के दिन मतदान केंद्रों में मतदान प्रतिशत की जानकारी रियल टाइम में मिल जाती है. इससे यह भी आसानी से पता चलता है कि कितने पुरुष और कितनी महिला मतदाताओं ने वोट डाला है. 

मतदाताओं की आसानी से पहचान की जा सकती है

बूथ ऐप के जरिए मतदान केंद्रों में आसानी से मतदाताओं की पहचान की जा सकती है. निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव करवाने के लिए यह ऐप बेहद कारगर साबित हो सकता है. इस ऐप का उपयोग काफी सरल और सुविधाजनक है.

यह भी पढ़ेंः राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर EC ने झारखंड मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांगा जवाब

मतदानकर्मियों के लिए भी काफी सुविधाजनक

यह बूथ ऐप मतदानकर्मियों के लिए भी सुविधाजनक है. इसके जरिए उन्हें मतदान से जुड़े कार्यों को संपादित करने में काफी सहूलियत होती है. बूथ ऐप के जरिए प्रतिवेदन को रियल टाइम में भेजा जा सकता है, वहीं पीठासीन पदाधिकारी द्वारा भी डायरी ऑनलाइन अपलोड किया जा सकता है.