हरियाणा विधानसभा चुनाव अपने पूरे शबाब पर है. चरखी दादरी में मंगलवार को एक चुनावी सभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा करते हुए कि हवा का रुख साफ है, हरियाणा में नया इतिहास बनने जा रहा है. पीएम मोदी का इशारा उस रिकॉर्ड के तरफ था जो चौधरी देवीलाल ने 1977 में बनाया था. जनता पार्टी ने उस समय 90 में से रिकॉर्ड 75 सीटें जीती थीं. यह रिकॉर्ड अब तक हुए 13 चुनावों में आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
यूं ही नहीं किया दावा
पीएम नरेंद्र मोदी का यह दावा हवा हवाई नहीं है. इस चुनाव में कांग्रेस खुद कांग्रेस से ही लड़ रही है जबकि इनेलो अभी घर के झगड़े से नहीं उबर पाई है. वहीं पीएम का दांव स्थानीय मुद्दों के बजाय जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर है.
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पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां 48 सीटें जीती थी. 2019 में बीजेपी ने दमदार प्रदर्शन करते हुए लोकसभा की सभी 10 सीटें अपनी झोली में डाल ली. इस लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की सुनामी का असर ये था कि 89 विधानसभा सीटों पर बीजेपी अन्य पार्टियों से आगे थी.
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इमरजेंसी के बाद कांग्रेस के प्रति लोगों का गुस्सा था और पूरे देश में जिस तरह परिणाम जनता पार्टी के पक्ष में आया वैसा ही नतीजा हरियाणा में भी देखने को मिला. चौधरी देवीलाल की अगुआई में जनता पार्टी ने 90 में से 75 सीटों पर कब्जा जमाया.
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9 सीटों पर दूसरे और 4 सीटों पर उसके उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे. जनता पार्टी को 46 फीसद से ज्यादा वोट मिले. कांग्रेस का प्रदर्शन निर्दल उम्मीदवारों से भी खराब रहा और उसे केवल 3 सीटें मिलीं. वहीं 7 सीटों पर निर्दल जीतकर दूसरे नंबर पर रहे.
1977 का चुनाव परिणाम
दल |
प्रत्याशी |
जीते |
दूसरे स्थान पर |
तीसरे स्थान पर |
वोट % |
जनता पार्टी |
90 |
75 |
9 |
4 |
46.70% |
निर्दल |
439 |
7 |
35 |
54 |
28.60% |
विशाल हरियाणा |
31 |
5 |
6 |
3 |
6.00% |
कांग्रेस |
83 |
3 |
39 |
23 |
17.10% |
Source : दृगराज मद्धेशिया