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CM केजरीवाल की बेटी हर्षिता बोलीं- पिता को आतंकी सुनकर दुख होता है, पढ़ें Exclusive Interview

सुनीता केजरीवाल ने बताया कि मुख्य़मंत्री जी सुबह घर से जल्दी निकल जाते हैं. उसी समय उनके खाने का इंतजाम करते हैं. डायबिटीक है

Updated on: 04 Feb 2020, 11:54 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और बेटी हर्षिता केजरीवाल के साथ हमारे संवाददाता मोहित बख्शी ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे वे मुख्यमंत्री जी का चुनाव के दौरान उनके खाने-पीने का ख्याल रखती हैं. चुनाव प्रचार को लेकर शेड्यूल काफी टाइट होती है. चुनावी भागीदौड़ी में मुख्यमंत्री केजरीवाल के परिवार से खास बातचीत की. आइए जानते हैं मुख्यमंत्री जी क्या खाते हैं. उनको कौन-कौन सी चीजें पसंद हैं. 

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हर्षिता ने बताया कि एक आदमी जो लोगों का इलाज करता है. उसके दुख-सुख में हिस्सेदार है. उन्हें जब मैग्सेसे अवार्ड मिला था, तो उसके पैसे भी दान कर दिया था. ऐसे लोग को कोई आतंकी कैसे कह सकता है. यह राजनीति का काफी निम्न स्तर है. पिताजी सुबह उठकर हमें भगवत गीता पढकर सुनाते थे. हर्षिता ने बताया कि बीजेपी वाले पिताजी को आतंकी कहते हैं. ऐसे आदमी को आतंकवादी कहते हैं तो बहुत दुख होता है. हर्षिता ने बताया कि भाजपा ने अब तक किया क्या है? mcd उनके पास है. अभी तक क्या करके दिखाया. आप बताएं कि स्कूटी और साइकिल लेकर मैं क्या करूं. बताएं कि साइकिल और स्कूटी लेकर मैं सुरक्षित हूं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री घर के मामले में किसी भी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं. 

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सुनीता केजरीवाल ने बताया कि मुख्य़मंत्री जी सुबह घर से जल्दी निकल जाते हैं. उसी समय उनके खाने का इंतजाम करते हैं. डायबिटीक है, इसलिए खास ध्यान रखना पड़ता है. अरविंद को खाने में आलू बहुत पसंद है, हालांकि डायबिटीक होने की वजह से कोशिश करती हूं कि कम दूं. उन्हें आलू पराठा बहुत पसंद है. सुनीता केजरीवाल ने बताया कि बहुत दुखी होता है मन, जब उनकी खांसी को लेकर लोग मजाक बनाते हैं. आज के तारीख में किसी को भी कोई बिमारी हो सकती है. जिन लोगों ने मजाक बनाया हम दुआ करते है कि उनके घर मे कोई भी कभी बीमार ना हो. धर्म बहुत ही निजी चीज़ है, कोई किसी को भी मान सकता है. हम भी सब फेस्टिवल पूजा एक साथ मनाते हैं, लेकिन हस्तक्षेप नहीं करते हैं. अभी तक 8 और 11 की कुछ खास तैयारी नहीं की है. बस 8 को वोट ज़रूर करना है.