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UP Election 2022 ( Photo Credit : File Photo)
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान शुरू हो चुका है. इस चौथे चरण में 9 जिलों में 59 विधानसभा क्षेत्रों में आज मतदान हो रहा है. इस चरण में 16 आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कुल 7 चरणों में हो रहे हैं और परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. पहले तीन चरणों के लिए मतदान पहले ही 10, 14 और 20 फरवरी को संपन्न हो चुका है. स्वयंजपुर विधानसभा सीट के लिए अधिकतम 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पलिया कलां और सेवाता विधानसभा सीटों से कम से कम छह उम्मीदवार मैदान में है.
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एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में चुनाव लड़ने वाले कुल 27 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, जबकि 37 फीसदी ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है. प्रमुख दलों में, कांग्रेस के 58 उम्मीदवारों में से 31, समाजवादी पार्टी (सपा) के 57 उम्मीदवारों में से 30, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 59 उम्मीदवारों में से 26, बीजेपी के 57 उम्मीदवारों में से 23 और भाजपा के 11 उम्मीदवारों में से 11 उम्मीदवार शामिल हैं. आप के 45 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में चुनाव लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की संपत्ति का औसत 2.46 करोड़ रुपये है.
ये हैं 10 प्वाइंट -
1. चौथे चरण में पीलीभीत, लखीमपुर-खीरी, सीतापुर, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा जिलों में मतदान होगा.
2. 59 विधानसभा सीटों के लिए कुल 624 उम्मीदवार मैदान में हैं. हरदोई के स्वयंजपुर में अधिकतम 15 उम्मीदवार हैं, जबकि लखीमपुर के पलिया और सीतापुर के सेवाता सहित दो सीटों के लिए कम से कम 6 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
3. चौथे चरण में रोहिलखंड, तराई क्षेत्र, अवध और बुंदेलखंड क्षेत्रों में मतदान होगा.
4. वर्ष 2017 में हुए चुनाव में बीजेपी ने 59 में से 51 सीटों पर जीत हासिल की थी. एक सीट उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने जीती थी, चार सीटों पर सपा ने जीत हासिल की, जबकि दो सीटों पर कांग्रेस और दो सीटों पर बसपा ने जीत हासिल की.
5. इस चरण में राज्य की राजधानी लखनऊ में भी मतदान हो रहा है, जहां विधानसभा की नौ सीटें हैं. इनमें से आठ भाजपा के पास हैं.
6. इस चरण में लखीमपुर खीरी में भी मतदान होना है जो किसान आंदोलन का केंद्र बिंदु बन गया है, खासकर 3 अक्टूबर की घटना के बाद जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के स्वामित्व वाली एसयूवी द्वारा चार किसानों को कुचल दिया गया था। आशीष मिश्रा. आशीष मिश्रा हाल ही में पिछले हफ्ते जेल से जमानत पर छूटे थे.
7. इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार बीजेपी पर निशाना साधता रहा है और मिश्रा की रिहाई ने आग और तेज कर दी है.
8. यह चरण भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है जो अपनी 51 सीटों को बरकरार रखने की चुनौती का सामना कर रही है. पार्टी को तराई क्षेत्र में प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है जहां भाजपा सांसद वरुण गांधी अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुद्दों पर बोल रहे हैं. वरुण गांधी किसान बहुल निर्वाचन क्षेत्र पीलीभीत से सांसद हैं.
9. फिर लखीमपुर में पार्टी का सामना शत्रुतापूर्ण मतदाताओं से है जहां विपक्ष अक्टूबर की घटना को जनता की स्मृति से मिटने देने से इंकार कर रहा है.
10. कांग्रेस के लिए इन चुनावों की सबसे बड़ी चुनौती रायबरेली से है जहां इसी हफ्ते चुनाव होने हैं. कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह दोनों बागी हो गए हैं और भाजपा में शामिल हो गए हैं. रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है और अगर पार्टी यहां सीटें जीतने में विफल रहती है तो उसे बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा.
HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश में चौथे चरण में 59 सीटों पर मतदान हो रहा है
- इस चरण में 16 आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं
- कुल 7 चरणों में हो रहे हैं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव