उत्तर प्रदेश में बन रहे महागठबंधन में आरएलडी के शामिल होने की संभावना कम नज़र आ रही है। सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ अब भी गतिरोध बना हुआ है। ऐसे में पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पार्टी नेताओं की शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई है। अगर गुरुवार को बात नहीं बनी तो आरएलडी अकेले चुनाव में जाने की घोषणा कर सकती है।
सीटों पर सहमति नहीं बन पाने की स्थिति में तैयारी करने के लिये पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने आरएलडी की शुक्रवार को लखनऊ में आपात बैठक बुलाई है।
जयंत चौधरी ने प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मसूद को ज़िला और महानगर अध्यक्षों की बैठक बुलाने का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि कार्यकर्ता और नेता अपनी तैयारी जारी रखें।
हालांकि अभी समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी के बीच सीटों के लेकर तालमेल बनाने की कोशिश जारी है। लेकिन बात नहीं बन पाने की स्थिति में जयंत चौधरी बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
पहले चरण के लिये नामांकन की भारने के सिर्फ पांच दिन रह गए हैं और पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वोटिंग होनी है। इस क्षेत्र में आरआलडी की पकड़ काफी मज़बूत मानी जाती है ऐसे में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बात नहीं बन पा रही है।
बातचीत के पहले दौर में समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को 23 सीटें देने की बात की थी। लेकिन आरएलडी इसके लिये तैयार नहीं थी, वो कुछ सीटें और मांग रही है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी की मुज़फ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा और मथुरा में अच्छी पकड़ है।
HIGHLIGHTS
- सीटों को लेकर नहीं बन पा रही सहमति
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी की अच्छी पकड़
- सपा 23 सीटें देने को तैयार, लेकिन आरएलडी उससे ज्यादा मांग रही
Source : News Nation Bureau