समाजवादी पार्टी में आपसी कलह को देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने सोमवार की सुबह पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मुलायम से कहा 'नेताजी पार्टी बचा लीजिए।' कार्यकर्ताओं की इस बात को सुनकर मुलायम ने कहा कि मैंने बहुत कोशिश की, अखिलेश मेरी नहीं सुनते।
उन्होंने कहा कि जनता के बीच सन्देश गया हैं कि अखिलेश मुसलमान विरोधी है, उनके प्रत्याशियों की सूची में मुसलमान कम हैं। इससे लोगों के बीच मैसेज गया है कि मुसलमान विरोधी है।
कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान मुलायम सिंह ने अलपसंख्यकों को रिझाने के लिए कहा, 'मैंने मस्जिद बचाई, दोबारा सरकार बनाइये 20 मस्जिद बना देंगे।
बताचीत के दौरान पार्टी के चुनाव चिह्न 'साइकिल' को लेकर मुलायम ने कहा कि मैंने अपने तरफ से हर कोशिश की है। अपना आयोग के सामने रख दिया है। अब चुनाव आयोग ही फैसला लेगा। चुनाव आयोग जो फैसला करेगा स्वीकार होगा।
इसे भी पढ़ेंः क्या हो अगर चुनाव आयोग साइकिल न अखिलेश को दे न मुलायम को
साइकिल चुनाव चिन्ह जब्त किए जाने पर बोलते हुए मुलायम ने कहा कि अगर चुनाव आयोग यह कदम उठाता है तो वे किसी और चुनाव चिन्ह से मैदान में उतरेंगे।
इसे भी पढ़ेंः अखिलेश खेमे की चुनावी तैयारी पूरी, 19 हेलिकॉप्टरों से होगा धुंआधार प्रचार
उन्होंने कहा कि मैंने कई कोशिशे की है 3 बार अखिलेश को बुलाया लेकिन मुझे बिना सुने उठकर चला गया। मेरा बेटा दूसरे के हाथों में खेल रहा है। भाई पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह राम गोपाल के इशारे पर काम कर रहा है, आप से अपील है की आप मेरा साथ दें।
Source : News Nation Bureau