5वें चरण का चुनाव प्रचार थमा, 692 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 27 को
यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का प्रचार थम गया है. यूपी में 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर पांचवें चरण के लिए मतदान होना है. इन सीटों पर कुल 693 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
नई दिल्ली:
यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का प्रचार थम गया है. यूपी में 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर पांचवें चरण के लिए मतदान होना है. इन सीटों पर कुल 693 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जिन जिलों में चुनाव होने हैं, उनमें अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, चित्रकूट, गोंडा, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, श्रावस्ती और सुल्तानपुर शामिल हैं. पांचवें चरण से पहले नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां हुईं. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जनसभाओं को संबोधित किया.
5वें चरण का चुनाव प्रचार थमा गया है. 692 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 27 फरवरी को होगा.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आतंकवादियों के तार समाजवादियों से जुड़े हैं. नवाब मलिक जो आतंकियों से ज़मीन खरीदते हैं अखिलेश उनके समर्थन में खड़े दिखाई दिए. जेल और बेल वाले उम्मीदवार भी उनकी सूची में थे. पिछले चुनाव में जो हाफ सेंचुरी नहीं लगा पाए वह डबल सेंचुरी की बात कर रहे हैं.
आतंकवादियों के तार समाजवादियों से जुड़े हैं। नवाब मलिक जो आतंकियों से ज़मीन खरीदते हैं अखिलेश उनके समर्थन में खड़े दिखाई दिए। जेल और बेल वाले उम्मीदवार भी उनकी सूची में थे। पिछले चुनाव में जो हाफ सेंचुरी नहीं लगा पाए वह डबल सेंचुरी की बात कर रहे हैं: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर pic.twitter.com/nnDKf7hkpt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2022
सुल्तानपुर के इसौली से सपा प्रत्याशी ताहिर खान ने 27 फरवरी को मतदान के दिन हाथी (बसपा) के सामने वाला बटन दबा देने वाला बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जुबान फिसल गई ये समझ आने के बाद दी सपा प्रत्याशी ताहिर खान ने सफाई दी. इस बार सपा से इसौली प्रत्याशी ताहिर खान बसपा से सांसद रह चुके हैं. ताहिर खान बसपा वाले हाथी निशान का मोह छोड़ नहीं पा रहे तभी तो खुद के दल सपा का साइकिल निशान की जगह बसपा के हाथी वाले निशान के सामने वाली बटन दबाने के लिए लोगों से अपील करते नजर आए सपा प्रत्याशी ताहिर खान.
भारत के रोजगार क्षेत्र की रीढ़ को पीएम और उनके दोस्तों ने तोड़ा: राहुल गांधी
कांग्रसे नेता राहुल गांधी ने अमेठी में भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, भारत के रोजगार क्षेत्र की रीढ़ को पीएम नरेंद्र मोदी और उनके दोस्तों ने तोड़ा है. आप देखेंगे कि आने वाले समय में इस देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, आप जितना चाहें, उन्हें पढ़ाएं। COVID के दौरान किसी ने मेरी नहीं सुनी, लेकिन आपने गंगा में शव देखे. जब वे (भाजपा) कहते हैं कि हमारे 70 वर्षों में कुछ नहीं हुआ, तो उनका वास्तव में मतलब था कि इन 70 वर्षों में अंबानी,अदानी के लिए कुछ नहीं हुआ. याद रखें, भारत के सबसे बड़े अरबपति रोजगार नहीं देते, छोटे दुकानदार, व्यापारी और किसान करते हैं.
The backbone of India's employment sector has been broken by PM Narendra Modi &his friends. You'll see in the coming times, youth of this country won't get employment, teach them however much you want. No one listened to me during COVID, but you saw bodies in Ganga: Rahul Gandhi pic.twitter.com/K9vwqBdhnG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 25, 2022
इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, आप अपनी परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार हैं. आप भटक जाते हैं और आंखें बंद करके वोट करते हैं. आपका वोट एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, बुद्धिमानी से चुनें क्योंकि आपको अगले 5 वर्षों तक पछताना पड़ सकता है। यह आपके विकास का समय है.
You (public) are responsible for your circumstances. You get astrayed & vote with your eyes closed. Your vote is a very big responsibilty, choose wisely as you may regret for the next 5 years. It's time for your development: Congress Gen Secy Priyanka Gandhi Vadra, in Amethi pic.twitter.com/U4rwwz3cAV
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 25, 2022
अच्छी कानून-व्यवस्था व रोजी-रोजगार की उचित व्यवस्था होगी: मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, यूपी विधानसभा आमचुनाव के दौरान बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, द्वेषपूर्ण राजनीति, लचर कानून-व्यवस्था, रोजगार के अभाव में पलायन की मजबूरी व आवारा पशु आदि ज्वलन्त मुद्दे लोगों के दिल-दिमाग पर हावी होने से विरोधी पार्टियों की दाल यहां सही से गल नहीं पा रही है. ये शुभ संकेत है. जबकि बीएसपी इन्हीं आमजनहित व कल्याण के खास मुद्दों पर यह चुनाव लड़ रही है ताकि सही नीयत व नीति से काम करके यूपी में सन् 2007 से 2012 की तरह विशेषकर अच्छी कानून-व्यवस्था व रोजी-रोजगार की उचित व्यवस्था करके लोगों के अच्छे दिन लाए जा सकें.
1. यूपी विधानसभा आमचुनाव के दौरान बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, द्वेषपूर्ण राजनीति, लचर कानून-व्यवस्था, रोजगार के अभाव में पलायन की मजबूरी व आवारा पशु आदि ज्वलन्त मुद्दे लोगों के दिल-दिमाग पर हावी होने से विरोधी पार्टियों की दाल यहाँ सही से गल नहीं पा रही है। शुभ संकेत।
— Mayawati (@Mayawati) February 25, 2022
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