छत्तीसगढ़ में 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राज्य में चुनाव आयोग काफी दिलचस्पी से वोटरों को जगाने की कोशिश में लगी हुई है. चुनाव आयोग राज्य के हर एक व्यक्ति को वोट डालने में सक्षम बनाने के लिए मेहनत कर रही है, भले ही किसी क्षेत्र में वोटरों की संख्या बिल्कुल ही कम क्यों न हो. छत्तीसगढ़ के भरतपुर-सोनहत विधानसभा में कुछ ऐसा ही मामला निकलकर सामने आया है. इस विधानसभा क्षेत्र के शेरनदंध गांव के में बूथ नंबर 143 में सिर्फ चार वोटर हैं जिसमें 3 एक ही परिवार के हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जिला चुनाव अधिकारी एन के दुग्गा ने कहा कि चुनाव कराने के लिए वोटिंग कर्मी चुनाव से एक दिन पहले वहां पहुंचेंगे और वोटरों के लिए एक टेंट लगाएंगे.
जंगल क्षेत्र में आने वाले शेरनदंध गांव पहुंचने के लिए चुनाव आयोग की टीम को काफी मेहनत करनी पड़ेगी. गांव में पहुंचने के लिए उन्हें 5-6 किलोमीटर पहाड़ी रास्तों से गुजरना पड़ेगा और नदी पार करना होगा. पंचायत चंधा पर निर्भर यह गांव मुख्य सड़क से 15 किलोमीटर दूर स्थित है.
गांव में सड़कें नहीं होने के कारण चुनाव अधिकारी वोटिंग के लिए बूथ पर एक दिन पहले ही पहुंचेंगे. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव होने हैं.
और पढ़ें : वोट देने निकलें तो अपना मोबाइल साथ लेना न भूलें, आपको मिल सकता है इनाम, जानें कैसे
पहले चरण में 12 नवंबर को राज्य के दक्षिणी हिस्से के 18 विधानसभाओं में चुनाव होंगे, वहीं दूसरे चरण में 20 नवंबर को चुनाव होने हैं. दोनों चरणों के वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी.
Source : News Nation Bureau