चुनाव में धनबल पर शिकंजा, अब तक करीब दो करोड़ की नगदी जब्त
वोटिंग को लोकतंत्र का महापर्व माना जाता है लेकिन जब वोटिंग को प्रभावित करने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल हो तो क्या कहेंगे? छह अक्टूबर को एमपी और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तिथियों के एलान के बाद लगातार कैश बरामदगी की खबरें आ रही हैं
नई दिल्ली:
वोटिंग को लोकतंत्र का महापर्व माना जाता है लेकिन जब वोटिंग को प्रभावित करने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल हो तो क्या कहेंगे? छह अक्टूबर को एमपी और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तिथियों के एलान के बाद लगातार कैश बरामदगी की खबरें आ रही हैं.दोनों राज्यों में अबतक करी दो करोड़ की नगदी जब्त की जा चुकी है.
मध्य प्रदेश के पन्ना में वाहनों की चेकिंग के दौरान बुधवार को जहां 57 लाख 80 हजार रुपये बरामद हुए.वहीं 1 किलो सोना और 300 ग्राम चांदी भी पकड़ी गई. मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं बुधवार को महासमुंद में दो गाड़ियों से करीब 5 लाख 50 हजार कैश बरामद किए गए.बुधवार को ही दुर्ग में वाहन चेकिंग के दौरान कार से करीब 6 लाख 54 हजार नकदी पकड़ी गई.दरअसल आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर पुलिस और केंद्रीय बल RAF पूरे शहर में सघन चेकिंग कर रही है.
अब तक कहां से कितना कैश हुआ बरामद
- 15 अक्टूबर को बिलासपुर के तिफरा में दो गाड़ियों से करीब 58 लाख 87 हजार कैश जब्त किए गए.
- 12 अक्टूबर को रायपुर के भारतमाता चौक से पुलिस ने एक गाड़ी से 46 लाख 50 हजार रुपये जब्त किए.
- 11 अक्टूबर को महासमुंद में चुनाव आचार संहिता के तहत गठित निगरानी दल ने एक वाहन से 4 लाख 49 हजार रुपये नकद बरामद किए.
चुनाव को प्रभावित करने के लिए और भी हथकंडे
बुधवार को छिंदवाड़ा में 15 शराब तस्करों से करीब 1100 लीटर अवैध शराब पकड़ा गया जिसका इस्तेमाल वोटरों को रिझाने में इस्तेमाल होना था. 15 अक्टूबर को रायपुर में निर्वाचन विभाग ने छापा मार कर शासकीय भवन पर किसी पार्टी विशेष के लिखे नारे पर कार्रवाई की. 8 अक्टूबर को अंबिकापुर में काफी संख्या में शॉल और साड़ी की बरामदगी हुई.
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