सारण जिले की तरैया विधानसभा सीट कभी किसी एक पार्टी का गढ़ नही रहा, फिर भी इस सीट पर RJD का दबदबा माना जाता है | पिछले पांच विधानसभा चुनावों के नतीजे की बात करें तो इस सीट से तीन बार विजयश्री राजद को मिला है. वहीं, एक बार LJP और एक बार BJP को जीत मिली है. वर्ष 2015 में यहां से RJD के प्रत्याशी मुद्रिका प्रसाद राय ने BJP के जनक सिंह को 20,440 वोट से हराया था. जनक सिंह यहां से 2010 में भाजपा से और फरवरी 2005 में लोजपा के टिकट पर जीते थे.
इस साल के विधानसभा चुनाव में सभी दलों ने इस सीट से दूसरे चरण के मतदान के लिए अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. तरैया विधानसभा सीट से बीजेपी (BJP) ने अपने पुराने प्रत्याशी जनक सिंह को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं आरजेडी (RJD) के टिकट पर यहां से सिपाही लाल महतो महागठबंधन के उम्मीदवार हैं. RJD ने अपने मौजूदा विधायक मुद्रिका प्रसाद को इस बार टिकट नहीं दिया है.
अगर जातीय समीकरण की बात करें तो इस सीट पर यादव और राजपूत वोटरों का दबदबा है. दोनों की संख्या 40 फीसदी के आसपास मानी जाती है. यादव वोटरों के चलते ही अबतक यह सीट सबसे अधिक बार RJD के पाले में गई है. इस सीट पर सबसे ज्यादा वोटिंग 2000 के चुनाव में हुई थी. उस समय यहां 70% से ज्यादा वोट पड़े थे. कुल वोटर की संख्या 2.89 लाख है जिसमे से 53.6% यानि 1.55 लाख पुरुष वोटर हैं वहीँ 1.34 लाख (46.3%) महिला वोटर हैं.
Source : News Nation Bureau