पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के एक कथित ऑडियो क्लिप को भाजपा के आईटी सेल ने जारी किया, जिसे लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा (BJP) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. भगवा पार्टी ने चुनाव आयोग (Election Commission) से तृणमूल के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. भाजपा ने दावा किया कि बनर्जी मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही हैं, वहीं सत्तारूढ़ तृणमूल ने भगवा ब्रिगेड पर मुख्यमंत्री के फोन टैप करके लोगों के निजता के अधिकार में घुसपैठ करने का आरोप लगाया.
भाजपा के राष्ट्रीय आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय द्वारा जारी कथित ऑडियो टेप में मुख्यमंत्री और तृणमूल के कूच बिहार के सीतलकुची के उम्मीदवार के बीच बातचीत है. ऑडियो में कथित रूप एक महिला की आवाज को सुना जा सकता है, जिसमें वह पार्था को शव को रखने के लिए कहती है, ताकि पार्टी मृतकों के साथ एक रैली कर सके. इसके बाद आवाज सुनाई देती है, जिसमें कथित रूप से 'तृणमूल उम्मीदवार' को कहा जाता है कि वह 'परिवारों को शव घर नहीं ले जाने के लिए' कहें.
टेप में महिला की तरफ से कथित रूप से उम्मीदवार को वकील से संपर्क करने और एफआईआर करने के लिए कहा जाता है, ताकि कमांडेंट, आईसी,एसपी का तबादला किया जा सके. महिला को कहते हुए सुना जा सकता है, 'गोलीबारी में कौन मारे गए?' दूसरे छोर से व्यक्ति की आवाज आती है, 'दीदी, वे हमारे आदमी थे.' इसके अलावा सीआरपीएफ के गोली चलाने से संबंधित सवाल भी पूछे गए. तृणमूल ने टेप की सत्यता से इनकार नहीं किया और इसके बजाय, इसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (भाजपा मीडिया ब्रीफिंग में टेप जारी करने के बाद) के दौरान चलाया.
तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, 'क्या भाजपा स्वीकार करती है कि राज्य के मुख्यमंत्री की भी टेलीफोन निगरानी में हैं.' इस बीच, बनर्जी ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कहा कि वह अपने फोन को टैप करने में शामिल सभी लोगों के बारे में पता लगाएगी और सीबीआई जांच का आदेश देगी.
भाजपा के नेता स्वपन दासगुप्ता ने मुख्यमंत्री के कथित वार्तालाप को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब से एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की. उन्होंने कहा, 'यह उदाहरण एक ज्वलंत उदाहरण है कि तृणमूल कांग्रेस चुनाव का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है और हमने चुनाव आयोग को आगाह किया है और उनसे इस बाबत कड़े कदम उठाने को कहा है.' तृणमूल के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की और मुख्यमंत्री बनर्जी के फोन टैपिंग की शिकायत की.
मीडिया से बात करते हुए, तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'पहले हमें यह सोचने की जरूरत थी कि इस टेप को कहां से जारी किया गया. यह भाजपा कार्यालय से जारी किया गया और इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा इस साजिश के पीछे है.'
HIGHLIGHTS
- बीजेपी ने कहा कि ममता बनर्जी वोटों का ध्रुवीकरण कर रही हैं
- टीएमसी ने कहा भाजपा फोन टेप कर निजता का उल्लंघन कर रही
- इस मसले पर चुनाव आयोग तक पहुंच चुकी है तकरार