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बुरा न मानो दिवाली है, विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद संजय राउत ने छकाया बीजेपी को

अब चुनाव के बाद दोनों पार्टियों में ’50-50’ फॉर्मूले 50-50 Formula) को लेकर मंथन चल रहा है और इसी के बीच शिवसेना के संजय राउत (Sanjay Raut twitter) ने शुक्रवार सुबह एक कार्टून (Cartoon) शेयर किया.

Updated on: 25 Oct 2019, 01:07 PM

highlights

  • शिवसेना के संजय राउत ने चुनावी माहौल में शेयर किया कार्टून. 
  • कार्टून के कई राजनैतिक मतलब निकल रहे हैं. 
  • पिछले चुनावों के मुकाबले बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन की सीटें कम हुई हैं.

नई दिल्ली:

Maharashtra Assembly Election 2019: महाराष्ट्र (Maharashtra) में BJP और शिवसेना (Shivsena) गठबंधन को जनता ने एक बार फिर से सत्ता संभालने का मौका दिया है. अब चुनाव के बाद दोनों पार्टियों में ’50-50’ फॉर्मूले 50-50 Formula) को लेकर मंथन चल रहा है और इसी के बीच शिवसेना के संजय राउत (Sanjay Raut twitter) ने शुक्रवार सुबह एक कार्टून (Cartoon) शेयर किया. इस कार्टून में टाइगर के हाथ में कमल का फूल दिखाया गया है. खास बात ये भी है कि इस टाइगर के गले में एक घड़ी है, जो कि एनसीपी है.
संजय राउत ने ट्विटर पर इस कार्टून को सांझा करते हुए लिखा -‘शानदार व्यंग्य वाला चित्र, बुरा न मानो दिवाली है’.

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क्या मतलब है इस कार्टून का?
इस कार्टून में एक शेर दिखाई दे रहा है जिसके गले में एक घड़ी है और हाथ में एक कमल है. दरअसल, शिवसेना खुद को बतौर शेर के तौर पर प्रोजेक्ट करती है और उसने गले में जो घड़ी है, वह NCP का चुनाव चिन्ह है. अब आपको बता दें कि इस कार्टून के खास मायने निकाले जा रहे हैं क्योंकि बीजेपी का चुनाव चिंह कमल है और एनसीपी का घड़ी. इसका एक और मतलब निकाला जा रहा है कि शिवसेना अपने को शेर बताना चाह रही है और शिवसेना के पास राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) का समर्थन है और उसके हाथ में कमल का फूल है. यानी अगर बीजेपी से बात ना बनी तो NCP का साथ भी उनके पास है.

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बता दें कि अभी तक बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन का आंकड़ा चाहिए लेकिन अभी भी महाराष्ट्र में जोड़-तोड़ की राजनीति चल रही है. क्योंकि अगर शिवसेना और एनसीपी भी साथ आई तो क्या कुछ संभावनाएं हैं?
क्या मुमकिन है?

महाराष्ट्र में बहुमत के लिए कुल 145 सीटों की जरूरत है.
शिवसेना+ NCP: 56+54= 110
बीजेपी+ NCP: 105+54= 159
कांग्रेस+NCP: 44+54= 98
कांग्रेस+NCP+शिवसेना: 44+54+56 = 154
शिवसेना+BJP: 105+56= 161
गौरतलब है कि पिछले चुनावों के मुकाबले बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन की सीटें कम हुई हैं और कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन की सीटें बढ़ी हैं फिर भी बीजेपी-शिवसेना गठबंधऩ बहुमत पाने में सफल रही. 

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आपको बता दें कि शिवसेना ने चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी पर निशाना साधा है. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि वह बीजेपी के साथ 50-50 फॉर्मूले पर आगे बढ़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि अभी भी बड़ा सवाल होगा कि आखिर सीएम कौन बनेगा?

प्रेस कॉन्फ्रेंस के अलावा शिवसेना ने सामना मुखपत्र में भी आर्टिकल के जरिए बड़ा हमला किया है. सामना में लिखा गया है कि जो नतीजे आए हैं, वह महाजनादेश नहीं है. दरअसल, देवेंद्र फडणवीस की यात्रा का नाम भी महाजनादेश यात्रा था. लेकिन नतीजे बिल्कुल भी वैसे नहीं आए, जो बीजेपी का दावा था.