मध्य प्रदेश में अगले कुछ दिन में होने वाले चुनाव के लिए सभी दल अपने स्टार प्रचारकों के साथ मैदान में डटे हुए हैं. टिकटों के वितरण के बाद बीजेपी-कांग्रेस में जहां बागी गर्म हैं वहीं इन दोनों दलों की जीत-हार पर सट्टा बाजार भी गरमाया हुआ है. राज्य की 230 सीटों पर 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. जनता का फैसला 11 दिसंबर को आएगा, लेकिन भोपाल के सटोरियों ने अभी से सरकार बनानी शुरू कर दी है.
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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव पर सटोरियों की भी पैनी नजर है . इन दिनों सट्टा बाजार में बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर पैसा लगाया जा रहा है . कांग्रेस की सरकार बनने पर जहां सटोरियों ने ज्यादा पैसा लगाया है तो वहीं भाजपा का रेट डाऊन है. सटोरियों का कहना है कि इस समय सट्टा बाजार में क्रिकेट से ज्यादा चुनाव पर पैसा लग रहा है.
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बीजेपी प्रवक्ता विजेंद्र सिंह सिसोदिया सट्टा बाजार में बीजेपी की गिर रही सरकार पर कहते हैं कि सट्टा बाजार कुछ भी कह रहा हो, लेकिन सरकार बीजेपी की बनेगी . सट्टा बाजार में हमेशा रेट आगे और पीछे होता रहता है, लेकिन बीजेपी वो पार्टी है जिस पर जनता का भरोसा हमेशा बना रहता है.
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कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा भी सट्टा बाजार से इत्तेफाक नहीं रखतीं. वह कहती हैं कि सट्टा बाजार में जो भी चल रहा हो, लेकिन इस बार कांग्रेस ही सरकार बनाएगी. क्योंकि बीजेपी से जनता का भरोसा उठ चुका है. अगर देखा जाए तो जहां राजनैतिक गलियों में सुगबुगाहट बढ़ी हुई है तो वहीं सट्टा बाजार भी गर्म है. रेट भले ही बीजेपी और कांग्रेस की सरकार बनने पर अलग-अलग लग रहे हों, लेकिन इस बाजार में ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिनके नामों पर पैसा लगाया जा रहा है.
Source : JITENDRA SHARMA