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लाल किला हिंसा के आरोपी लक्खा को किसान संगठन ने दिया टिकट

पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर 22 किसान संगठनों के राजनीतिक मंच ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ ने 35 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इसमें पूर्व गैंगस्टर और लाल किला दंगे के आरोपी लक्खा सिधाना को टिकट दिया है.

Updated on: 23 Jan 2022, 02:57 PM

highlights

  • संयुक्त समाज मोर्चा ने बठिंडा-मौड़ से दिया टिकट
  • लाल किले हिंसा का आरोपी है लक्खा सिधाना
  • पंजाब में गंभीर अपराधों के 25 मामले हैं दर्ज

चंडीगढ़:

2021 के गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में आरोपी और गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लक्खा सिधाना को पंजाब के बठिंडा जिले के मौड़ निर्वाचन क्षेत्र से किसान संघों के राजनीतिक मोर्चा संयुक्त समाज मोर्चा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर 22 किसान संगठनों के राजनीतिक मंच ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ ने 35 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इसमें पूर्व गैंगस्टर और लाल किला दंगे के आरोपी लक्खा सिधाना को टिकट दिया है. लक्खा को टिकट देना संयुक्त समाज मोर्चा के लिए पंजाब में कृषि कानूनों को भुनाने के तौर पर देखा जा रहा है. 

किसान नेताओं ने सिधाना के कार्यक्रमों से खुद को कर लिया था अलग
हालांकि इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पिछले साल गणतंत्र दिवस पर किसान संघों द्वारा ट्रैक्टर परेड के बाद अब निरस्त किए गए तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ 40 वर्षीय सिधाना द्वारा आयोजित कार्यक्रमों से खुद को दूर कर लिया था. हालांकि लखबीर सिंह के नाम से मशहूर सिधाना ने प्रदर्शनकारियों को लाल किले पर चढ़ने के लिए उकसाने के आरोपों से इनकार किया है. उनके बारे में जानकारी देने के लिए 1 लाख रुपये का इनाम रखने वाले सिधाना पर दिल्ली पुलिस ने हिंसा भड़काने का मामला दर्ज किया था. उसके खिलाफ मामला विचाराधीन है. 

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पंजाब में हत्या, लूट, अपहरण जैसे अपराधों के 25 मामले
25 नवंबर 2020 से वह राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर आंदोलन में काफी सक्रिय थे और आंदोलन को गति देने के लिए आक्रामक रूप से पैरवी कर रहे थे. दरअसल वह किसान आंदोलन के जरिए राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल करने का सपना देख रहे थे. सिधाना बठिंडा जिले के सिधाना गांव के रहने वाले हैं. एक समय वे शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के लिए काम करते थे. उन्हें पहली बार 2004 में जेल हुई थी और 2017 तक कई बार सलाखों के पीछे रहे. लक्खा सिधाना गांवों में सामाजिक कल्याण के काम करने का दावा भी करता है. उस पर पंजाब में 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या, लूट, अपहरण, फिरौती जैसे अपराध शामिल हैं. यही नहीं, लक्खा पर आर्म्स एक्ट के मामले भी दर्ज हो चुके हैं और इसके लिए वो कई साल की सजा भी काट चुका है.