यूपी चुनाव 2017: सपा सुप्रीमो मुलायम और बेटे अखिलेश के बीच निकला सुलह का रास्ता, अखिलेश यादव को पार्टी की कमान देने को तैयार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह केवल अगले तीन महीनों तक ही पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट होंगे। अखिलेश ने कहा कि इसके बाद नेताजी को तय करना है कि पार्टी का अगला नैशनल प्रेसिडेंट कौन होगा।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह केवल अगले तीन महीनों तक ही पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट होंगे। अखिलेश ने कहा कि इसके बाद नेताजी को तय करना है कि पार्टी का अगला नैशनल प्रेसिडेंट कौन होगा।

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Abhishek Parashar
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यूपी चुनाव 2017: सपा सुप्रीमो मुलायम और बेटे अखिलेश के बीच निकला सुलह का रास्ता, अखिलेश यादव को पार्टी की कमान देने को तैयार

रामगोपाल यादव के साथ अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह केवल अगले तीन महीनों तक ही पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट होंगे। अखिलेश ने कहा कि इसके बाद नेताजी को तय करना है कि पार्टी का अगला नैशनल प्रेसिडेंट कौन होगा।

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समाजवादी पार्टी में तख्तापलट होने के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर दावेदारी ठोकी है। वहीं मुलायम सिंह यादव की सरपरस्ती में शिवपाल यादव भी चुनाव चिह्न पर कब्जे को लेकर चुनाव आयोग पहुंचे हैं।

चुनाव आयोग में पार्टी ने चुनाव चिह्न को फंसता देख मुलायम और शिवपाल खेमे ने अपने तेवर नरम कर लिए हैं। पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावेदारी को लेकर चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के दोनों खेमों से 9 जनवरी तक शपथपत्र मांगे थे।

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अखिलेश यादव के पास पार्टी के करीब 300 विधायकों और विधानपार्षदों के समर्थन वाला हलफनामा है। अखिलेश यादव खेमा इसे जल्द ही चुनाव आयोग को सौंपने वाला है।

पार्टी के विधायकों के साथ करीब चार घंटे लंबी चली बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, 'हम जीत नेताजी के चरणों में जीत डाल देंगे।' इससे पहले रामगोपाल यादव ने पार्टी का अधिवेशन बुलाया था।

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इस अधिवेशन में शिवपाल यादव को पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रेसिडेंट के पद से हटा दिया गया था। इसके साथ ही मुलायम सिंह यादव को पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट के पद से हटाकर मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया था।

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मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के इस अधिवेशन को असंवैधानिक करार दिया था। इसके बाद पार्टी दो खेमों में बंट गई थी और दोनों ने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न पर अपनी दावेदारी पेश की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने दोनों खेमों से बहुमत पेश करने को कहा था।

HIGHLIGHTS

  • लंबे झगड़े के बाद मुलायम सिंह यादव अखिलेश यादव को पार्टी की कमान देने को तैयार हो गए हैं
  • इससे पहले अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह को पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट पद से बेदखल कर दिया था
  • फिलहाल समाजवादी पार्टी के दोनों धड़े को चुनाव आयोग ने 9 जनवरी को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है

Source : News Nation Bureau

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