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उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सियासत के केंद्र में राम आ गए है। बीजेपी राज्य में रामायण संग्रहालय का निर्माण करने जा रही है, जिसको लेकर सूबे की सियासत गरमा गई है।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री महेश शर्मा मंगलवार को रामायण संग्रहालय के निर्माण स्थल का मुआयना करने अयोध्या गए। उन्होंने इस दौरे को राजनीति से अलग बताया। उनका कहना है कि इससे अयोध्या और पूरे देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयास को मदद मिलेगी।
शर्मा ने कहा कि जिन्हें राम का सेवा करने का मौका मिलता है वो सौभाग्यशाली होते हैं।
उन्होनें अखिलेश यादव पर निशााना साधते हुए उन पर राम के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि " सपा सरकार के कार्यकाल के दो महीने बचे हैं इसलिए राम के नाम पर थींम पार्क बनाना उन्हें याद आ रहा है।'
महेश शर्मा ने रामायण संग्रहालय के निर्माण को सरकार के विकास एजेंडे का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि संग्रहालय रामायण सर्किट का हिस्सा होगा, जिसके लिए केंद्र सरकार ने 225 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इनमें 151 करोड़ रुपये विशेष तौर पर केवल अयोध्या के लिए है जो इस सर्किट का केंद्र है।
शर्मा ने 2 जगहों का मुआयना किया और बताया कि यूपी सरकार से प्रस्ताव मिल चूका है। जल्द ही काम शुरू होगा। फण्ड रिलीज़ हो चूका है''।
गौरतलब है कि सीएम अखिलेश यादव ने अयोध्या में रामायण पर आधारित इंटरनेशनल थीम पार्क बनाने का फैसला किया है जिसमें लाइब्रेरी, मूर्तियां और वाटर फॉल होंगे।
चुनाव के बजदीक आते ही अलग-अलग राजनीतिक दल चुनाव से पहले राम पर अपना- अपना दाव चलने लगे हैं।
रामायण संग्रहालय के बारे में बताया गया है कि इस संग्रहालय में
1-राम के जीवन और रामायण के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।
2-इसमें लेज़र लाइट शो होगा।
3-ये अब तक का सबसे मॉडर्न म्यूजियम होगा।
4-अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से 20 मिनट में सम्पूर्ण रामायण और मर्यादा पुरूषोत्तम के मर्यादाओं का चित्रण किया जायेगा।
Source : News Nation Bureau