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कौन हैं गजेन्द्र सिंह शेखावत और कैसा है उनका सियासी सफर? एक नजर में जानें सबकुछ

गजेन्द्र सिंह शेखावत राजस्थान के नेता है, उन्हें 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुना गया था.

Updated on: 02 Dec 2023, 08:36 PM

नई दिल्ली:

गजेन्द्र सिंह शेखावत का जन्म 3 सितंबर 1968 को राजस्थान के जालोर जिले में हुआ था. उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा जालोर में पूरी की और एम.एस.सी.की डिग्री हासिल की है. गंजेद्र शेखावत राजस्थान के नेता हैं, वो फिलहाल जल शक्ति मंत्रालय में केंद्रिय कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. शेखावत ने साल 1990 में राष्ट्रीय युवा पार्षद के तौर पर राजनीति में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने बाद में अपनी पार्टी बीजेपी में जुड़कर एक्टिव रूप से कार्यकर्ता के रूप में काम किया.

गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपनी स्थानीय समुदाय के लिए काफी काम किया है और वे गरीबी, प्रशासनिक सुधार और स्वच्छता के मुद्दों पर काम करने के लिए विख्यात हैं. उन्होंने वृद्धावस्था के लोगों की देखभाल, महिलाओं की सशक्तिकरण और शिक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए उनके लिए कई योजनाएं चलाई हैं. 

गजेन्द्र सिंह शेखावत नए भारत के विकास और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनका मकसद अपने क्षेत्र के लोगों के जीवन को सुधारना और उनके भलाई के लिए काम करना है.गजेन्द्र सिंह शेखावत काफी कुशल और संवेदनशील नेता माने जाते हैं. गजेन्द्र सिंह शेखावत QURA वेबसाइट पर सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले नेता हैं. साल 2019 में जेएनवीयू विश्वविघालय के छात्र संघ के चुने गए. उनके राजनीतिक करियर की अगर बात करें तो 2019 आम चुनावों में जोधपुर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उन्होंने 2.74 लाख वोटों के अंतर से हराया. 2019 के आम चुनाव में, शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराकर अपनी राजनीतिक कौशल की पुष्टि की.सभी घरों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी मिशन के साथ,वह समर्पण के साथ राजनीतिक परिदृश्य में आगे बढ़ते हैं. 

हाल के सालों में राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए बीजेपी नेताओं की नई पीढ़ी में उनका नाम भी उभरा. सीकर जिले के महरोली गांव के रहने वाले श्री शेखावत चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें कांग्रेस और श्री गहलोत के खिलाफ स्टार प्रचारक के रूप में तैनात किया है.शेखावत ने कई बार इस बात से इनकार किया कि वह राजस्थान में टॉप पोस्ट की दौड़ में नहीं हैं. उन्होंने कहा था, "मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह मेरा अधिकार नहीं है. मैं वर्तमान में जीता हूं...कभी यह सोचकर काम नहीं किया कि कल क्या होगा। मैं आज अपने देश के लिए जो कर सकता हूं वह करता हूं.''