Rajasthan election
राजस्थान चुनाव नतीजे के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के चुनाव के लिए अब भी जद्दोजहद जारी है. सीएम की रेस में दो मज़बूत दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट का नाम शामिल है. मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार गुरूवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने राजधानी दिल्ली पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष अंतिम रूप से राजस्थान का मुख्यमंत्री तय करेंगे. मुख्यमंत्री के लिए अशोक गहलोत के नाम की अटकलें तेज़ हो गईं है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पहली पसंद बनकर उभरे हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस पद के लिए अप्रत्यक्ष रूप से अपनी दावेदारी छोड़ दी है. मामला तब स्पष्ट हो गया, जब दिल्ली में ठहरे पायलट ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की और कहा कि वह पार्टी द्वारा लिए किसी भी निर्णय का 'स्वागत' करेंगे.
पायलट ने ट्विटर पर अपील की, जिसके बाद यह रिपोर्ट सामने आई कि वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया है. पायलट के समर्थक जबकि मांग कर रहे हैं कि उन्हें हीं मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.
दो बार के मुख्यमंत्री गहलोत के नाम की घोषणा पार्टी की ओर से किए जाने की उम्मीद है.
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को 'अनुभव' पर भरोसा करने के लिए कहा है, क्योंकि यहां जीत काफी कम अंतर से मिली है और एक मंजा हुआ राजनेता ही उस स्थिति से अच्छी तरह निपट सकता है.
सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को बीएसपी और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी, जिन्होंने 13 सीटें जीती हैं. इनमें से ज्यादातर कांग्रेस के बागी हैं.
पायलट ने पार्टी को 2013 की हार से उबारकर जीत दिलाने के आधार पर अपनी दावेदारी पेश की थी.
वहीं जयपुर जाने की योजना बना रहे गहलोत को दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है. गहलोत ने भी कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की है और कहा है कि नेतृत्व द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय को स्वीकार किया जाएगा.
Source : News Nation Bureau