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ओमन चांडी को कांग्रेस के सत्ता में लौटने का भरोसा

ओमन चांडी (Oommen Chandy) को भरोसा है कि केरल का चुनावी इतिहास हर चुनाव की तरह बरकरार रहेगा. यानी एक बार फिर विपक्ष सत्ता में वापसी करेगा.

Updated on: 02 May 2021, 09:25 AM

highlights

  • ओमन चांडी केरल में कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त
  • बीजेपी पर लगाया लेफ्ट के साथ गुप्त समझौते का आरोप
  • हालांकि एक्जिट पोल दे रहे हैं एलडीएफ की वापसी के संकेत

तिरुवनंतपुरम:

कांग्रेस (Congress) के दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके ओमन चांडी (Oommen Chandy) को भरोसा है कि केरल का चुनावी इतिहास हर चुनाव की तरह बरकरार रहेगा. यानी एक बार फिर विपक्ष सत्ता में वापसी करेगा. दिग्गजन नेता कन्नूर से लौटने के बाद 77 साल के ओमन चांडी अपने आवास पर थे, जहां वह वी वी प्रकाश के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे. उनके पार्टी के जूनियर सहयोगी और निलांबुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के उम्मीदवार, जिनका दो दिन पहले दिल की गति रूक जाने से निधन हो गया था. चांडी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी कई एग्जिट पोल को ज्यादा महत्व नहीं देती है, जो सभी ने कहा है कि पिनराई विजयन सत्ता बनाए रखने वाले पहले व्यक्ति बनकर इतिहास बनाएंगे.' उन्होंने कहा कि ना तो मेरी पार्टी और ना ही मैं इन एक्जिट पोल को मानता हूं क्योंकि यह सही नहीं हैं.

चांडी ने कहा, 'एक बड़ा कारण है कि जो हम महसूस करते हैं, विजयन वापस नहीं आएंगे. पार्टी के एक अच्छे वर्ग के बीच एक भावना है. उनकी पार्टी के सर्वोत्तम हित के लिए विजयन को हारना होगा, क्योंकि वह एक निरंकुश नेता में बदल गए हैं. सीपीआई-एम के 33 विधायकों को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी गई थी. हमारी तरफ से यह पहली बार है कि हमने आधे से ज्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में नए चेहरे को मैदान में उतारे. ये सभी कारण हैं कि हम जीत के प्रति इतने आश्वस्त क्यों हैं.' चांडी ने यह भी कहा कि भाजपा और सीपीआई-एम के बीच गुप्त संबंध होने की कथित खबरें हैं, क्योंकि भाजपा की दुश्मन कांग्रेस पार्टी है.

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भाजपा का प्लान यह है कि अगर उन्हें केरल में जीतना है, तो उन्हें कांग्रेस को खत्म करना होगा और गुप्त समझौता इसके लिए था, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि आरएसएस इस संधि के लिए उत्सुक नहीं था. यहां तक कि सोने की तस्करी और इसी तरह के मामलों में विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जांच को धीमा करने के कारण इस संधि के रूप में सभी जानते हैं कि यदि मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाती है, तो कांग्रेस पार्टी को सीधे फायदा होगा. चांडी ने कहा कि वह कोट्टायम में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पुथुपल्ली जाएंगे, जहां वह अपनी लगातार 12वीं जीत की आस कर रहे हैं. उस सीट पर उनको पहली बार 1970 में अपने पहले चुनाव से लगातार जीत मिली.

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चांडी ने कहा, 'मैंने इस तरह की चीजों के लिए अपना दिमाग नहीं लगाया है. सामान्य अभ्यास यह एआईसीसी है जो अंतिम कॉल लेता है इसलिए पहले हमें नतीजों का इंतजार करना चाहिए.' गौरतलब है कि पिछले महीने कोविड से नेगेटिव होने के बाद चांडी ठीक होने की स्थिति में हैं, लेकिन सभी जानते हैं कि न केवल चांडी, बल्कि किसी भी राजनेता का ऊर्जा बढ़ेगी, जब सत्ता वापस आएगी. वैसे एक्जिट पोल केरल में एलडीएफ की वापसी का संकेत दे रहे हैं.