Bihar Assembly Election 2020: जानें नौतन विधानसभा क्षेत्र के बारे में सबकुछ
1990 के बाद से कांग्रेस से यह सीट दूर होती चली गई और 1990 के चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की. 1990 के बाद से सीपीआई, समता पार्टी, बसपा और बीजेपी को एक-एक बार जीत मिली तो जनता दल यूनाइटेड यहां से 3 बार जीत चुकी है.
नौतन :
बिहार विधान सभा चुनाव का विगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने इलेक्शन की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सियासी पार्टियों ने अपने-अपने समीकरण सेट करने में चुनावी रणनीति बनाना शुरु कर दिया हैं. इस बार बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर और सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग होगी. इस बार 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे. बिहार चुनाव से पहले हम आपको नौतन विधानसभा क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे हैं.
और पढ़ें: Bihar Assembly Election 2020: जानें लौरिया विधानसभा सीट के बारे में सबकुछ
जानें नौतन विधानसभा सीट के बारे में-
नौतन विधानसभा सीट बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में आता है. पश्चिम चंपारण संसदीय (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र का एक भाग भी है. साल 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद इस विधानसभा सीट में बदलाव किया गया और इसके तहत बैरिया और नौतन सामुदायिक विकास ब्लॉक को शामिल किया गया. नौतन विधानसभा सीट की बिहार विधानसभा में सीट क्रम संख्या छह है. साल 2015 के चुनावो में यहां बीजेपी के नारायण प्रसाद को जीत मिली थी.
सन् 1967 में हुए चुनाव में यहां कांग्रेस के केदार पांडे ने जीत हासिल की थी. इसके बाद वो यहां से 1980 तक लगातार 4 बार चुनाव जीते थे. 1980 और 1985 में उनकी पत्नी कमला पांडे यहां से चुनाव जीतने में सफल रहीं. कांग्रेस ने यहां से लगातार 6 बार चुनाव जीता हैं.
1990 के बाद से कांग्रेस से यह सीट दूर होती चली गई और 1990 के चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की. 1990 के बाद से सीपीआई, समता पार्टी, बसपा और बीजेपी को एक-एक बार जीत मिली तो जनता दल यूनाइटेड यहां से 3 बार जीत चुकी है. जनता दल यूनाइटेड की इस सीट पर पकड़ रही है लेकिन 2015 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें