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Bihar Election Result 2020: नरकटियागंज से बीजेपी की रश्मि वर्मा ने मारी बाजी

नरकटियागंज बिहार प्रान्त का एक शहर है. यह पश्चिम चंपारण जिले का एक अनुमंडल और नगर परिषद भी है. नरकटियागंज अनुमंडल में 4 प्रखंड क्रमशः नरकटियागंज, लौरिया , मैनाटांड़-सिकटा और गौनाहा शामिल है. वहीं नरकटियागंज में कुल 27 पंचायत है. ]

Updated on: 10 Nov 2020, 04:00 PM

नरकटियागंज :

Bihar Election Result 2020: नरकटियागंज से बीजेपी की रश्मि वर्मा ने मारी बाजी. Bihar Election Result 2020: नरकटियागंज से बीजेपी की रश्मि वर्मा. बिहार विधान सभा चुनाव का विगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने इलेक्शन की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सियासी पार्टियों ने अपने-अपने समीकरण सेट करने में चुनावी रणनीति बनाना शुरु कर दिया हैं. इस बार बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर और सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग होगी. इस बार 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे. बिहार चुनाव से पहले हम आपको नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे हैं. 

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जानें नरकटियागंज विधानसभा सीट के बारे में-

नरकटियागंज बिहार प्रान्त का एक शहर है. यह पश्चिम चंपारण जिले का एक अनुमंडल और नगर परिषद भी है. नरकटियागंज अनुमंडल में 4 प्रखंड क्रमशः नरकटियागंज, लौरिया , मैनाटांड़-सिकटा और गौनाहा शामिल है. वहीं नरकटियागंज में कुल 27 पंचायत है. और 148 गांव है.

साल 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद नरकटियागंज विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी. इस सीट के तहत धूमनगर, शिकारपुर, हरदी टेडा, मालदा मालदी, सिमरी, मनवा पारसी, चामुआ, नौतनवां, डुमरिया, बिनवलिया, मालदहिया पोखरिया, केहुनिया रोरी, पुरैनिया हरसारी, राजपुर तुमकरिया, सुगौली और कुंडिलपुर समेत कई क्षेत्र शामिल हैं. नरकटियागंज विधानसभा सीट पर  अबतक3 बार चुनाव हो चुके हैं. 2010 और 2015 के अलावा 2014 में उपचुनाव भी शामिल हैं.

साल 2015 के चुनाव में नरकटियागंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी. कांग्रेस के प्रत्याशी विनय वर्मा ने 16,061 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. विनय को 57,212 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) की रेनू देवी को 41,151 वोट मिले थे.

नरकटियागंज विधानसभा सीट पर कुर्मी, राजपूत और भूमिहार वोटर्स की मजबूत पकड़ है. इसके साथ ही यादव और ब्राह्मण वोटर्स भी चुनाव में हार-जीत के लिए निर्णायक भूमिका में हैं. वहीं बता दें कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में 65 फीसदी से अधिक वोट मिले थे.