उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन से जहां अखिलेश यादव को उम्मीद है कि वह एक बार फिर प्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब होंगे तो वहीं मुलायम सिंह यादव ने गठबंधन पर रुख और कड़ा कर लिया हैं।
मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन में कांग्रेस के लिए छोड़ी गई 105 सीटों पर नामांकन दाखिल करने की हिदायत दी है।
मुलायम ने नई दिल्ली में कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस के खिलाफ सपा हमेशा खड़ी हुई पार्टी है इसलिए इसलिए वह गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि एसको लेकर वह अखिलेश को भी समझाने की कोशिश कर रहे है। मुलायम सिंह ने कहा कि यह गठबंधन पार्टी को खत्म कर देगा। क्योंकि, कांग्रेस के हिस्से में आई सीटों पर सपा का कोई उम्मीदवार नहीं होगा।
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सपा का मुख्य वोट बैंक कहे जाने वाले मुस्लिम मतदातोओं का वोट पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ प्रचार कर के ही जीता था। ऐसे में मुलायम को डर भी होगा कि मुसलिम वोट वापस कांग्रेस के पास चला जाएगा। 90 के दशक में मुलायम की अगुवाई में सपा ने कांग्रेस से मुस्लिम वोट बैंक छीने थे।
पहले दो चरणों के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। ऐसे में सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर कार्यकर्ता बाकी पांच चरणों के लिए ही नामांकन दाखिल कर सकते हैं। कांग्रेस को गठबंधन में पहले दो चरण में 43 और बाकी चरणों में 62 सीट मिली है।
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सोमवार को एटा में चुनावी रैली के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें पूरा उम्मीद है कि उनके पिता पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
HIGHLIGHTS
- मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर रुख और कड़ा कर लिया हैं।
- मुलायम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन में कांग्रेस के लिए छोड़ी गई 105 सीटों पर नामांकन दाखिल करने की हिदायत दी है।
Source : News Nation Bureau