उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच छिड़े संग्राम में अब सुलह की कोई गुंजाइश नहीं बची है। दोनों ही खेमों से साफ संकेत मिल रहे हैं कि कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। मुलायम सिंह यादव, शिवपाल के साथ चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल करने दिल्ली चले गए। सियासी संकट के बीच अखिलेश यादव की पार्टी विधायकों के साथ बैठक गुरुवार सुबह 10 बजे से लखनऊ में उनके आवास पर हुई। वह राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में आजम खां भी मौजूद रहे।
चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के दोनों धड़े को 9 जनवरी को अपना-अपना बहुमत पेश करने को कहा है। मुलायम शिविर के सूत्रों ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो के पास विधायक, विधान पार्षद और सांसदों के हस्ताक्षर वाला शपथपत्र है, जिसे वह चुनाव आयोग के समक्ष पेश करेंगे।
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मुलायम के पास कितने विधायकों, सांसदों और पार्षदों का शपथपत्र है। मुलायम के साथ उनके छोटे भाई शिवपाल यादव भी हैं, जिन्हें अखिलेश ने पार्टी के यूपी प्रेसिडेंड के पद से हटा दिया है। वहीं मुलायम सिंह को नैशनल प्रेसिडेंट के पद से हटाकर अखिलेश खुद पार्टी का नैशनल प्रेसिडेंट बन चुके हैं।
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पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुलायम के दिल्ली निकलने के बाद अखिलेश ने अपने आधिकारिक निवास 5 कालिदास मार्ग पर भरोसेमंद विधायकों के साथ बैठक कर उनका हलफनामा लिया, जिसे चुनाव आयोग के समक्ष पेश किया जाएगा। दोनों धड़े के समर्थकों की संख्या के आधार पर ही पार्टी के चुनाव चिह्न की दावेदारी पक्की होगी।
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अखिलेश समझौता करने के मूड में बिलकुल भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। वह पहले ही इस बारे में संकेत दे चुके हैं। अखिलेश ने कहा, 'हम चुनाव में जा रहे हैं और हम सत्ता में वापस करेंगे।' इस बीच चुनाव आयोग पार्टी के चुनाव चिह्न की दावेदारी सौंपे जाने की प्रक्रिया की शुरूआत कर चुका है।
404 सीटों वाली विधानसभा में समाजवादी पार्टी के 229 विधायक हैं। चुनाव आयोग ने दोनों धड़े को समर्थकों के हस्ताक्षर वाले हलफनामे को प्रस्तुत कर दावेदारी पेश करने को कहा है।
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सूत्रों के मुताबिक अखिलेश के पास करीब 100 से अधिक विधायकों का समर्थन है और यह सभी समर्थक अखिलेश के समर्थन में हलफनामा दे चुके हैं। वहीं कई और विधायकों के उनके समर्थन में आने की उम्मीद है।
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HIGHLIGHTS
- विधायकों और पार्षदों का समर्थन लेकर शिवपाल यादव के साथ दिल्ली रवाना हुए मुलायम सिंह यादव
- लखनऊ में अखिलेश ने भी जुटाया समर्थन, 9 जनवरी को चुनाव आयोग के समक्ष पेश होनी है दावेदारी
Source : News State Buraeu