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पश्चिम बंगाल चुनावः जानिए इस बार मानिकतला विधानसभा में कौन मारेगा बाजी

साल 2016 में हुए मानिकतला विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख सात हजार चार सौ बयालिस (207442) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में मानिकतला विधानसभा सीट से कुल एक लाख चव्वालिस हजार पांच सौ बयानवे (144592) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया

Updated on: 27 Dec 2020, 10:22 PM

नई दिल्ली:

मानिकतला विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल जिले से आती है यह राज्य की प्रमुख विधानसभा सीटों में से एक है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी की साधना पांडे जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचें हैं. शशि पांजा ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी राजीब मजूमदार को 25 हजार से भी ज्यादा वोटों से करारी शिकस्त दी थी. 

आपको बता दें कि साल 2016 में हुए मानिकतला विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख सात हजार चार सौ बयालिस (207442) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में मानिकतला विधानसभा सीट से कुल एक लाख चव्वालिस हजार पांच सौ बयानवे (144592) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 52.46 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 47.54 फीसदी महिला मतदाता हैं.   

मानिकतला विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. साधना पांडे ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मानिकतला विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी राजीब मजूमदार को 25,311 मतों से करारी शिकस्त दी थी, वहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर बीजेपी के प्रत्याशी सुनील रॉय 18,149 वोटों के साथ रहे, जबकि यहां पर भी 3,141 वोटों के साथ चौथे स्थान पर नोटा रहा. 

साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
मानिकतला विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 70 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के साधना पांडे ने अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी राजीब मजूमदार को 25,311 वोटों से करारी शिकस्त दी थी. मानिकतला विधानसभा सीट कोलकाता उत्तर के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं सुदीप बंद्योपाध्याय, जो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से हैं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिन्हा को 127095 से हराया था.

बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.