शाम 7 बजे राज्यपाल से मुलाकात करेंगी ममता, सरकार बनाने का दावा करेंगी पेश
शाम 7 बजे ममता बनर्जी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी. माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में ही सादा समारोह आयोजित कर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेंगी.
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला है. टीएमसी को चुनाव में 294 में से 213 सीटों पर जीत मिली है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले खुद नंदीग्राम से अपनी सीट नहीं बचा पाईं लेकिन जल्द ही वह मुख्यमंत्री की शपथ लेंगी. आज शाम 7 बजे ममता बनर्जी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी. माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में ही सादा समारोह आयोजित कर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेंगी. सूत्रों का कहना है कि बंगाल में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद पार्टी ने कोई बड़ा समारोह आयोजित ना करने का फैसला लिया है.
यह भी पढ़ेंः नंदीग्राम हारीं फिर भी ममता बनर्जी के सीएम बनने में नहीं आएगी दिक्कत
मुख्यमंत्री बनने में नहीं होई कोई अड़चन
ममता बनर्जी खुद नाक का प्रश्न बनी नंदीग्राम की सीट से हार गई हैं. उन्हें उन्हीं के खास सिपाहसालार रहे शुभेंदु अधिकारी ने उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में मामूली अंतर से हराया है. इस पर ममता बनर्जी ने अदालत की शरण लेने की बात की है. रोचक बात यह है कि टीएमसी सुप्रीमो भले ही चुनाव हार गई हों, लेकिन मुख्यमंत्री बनने की राह में उन्हें कोई परेशानी नहीं है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164 के तहत वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं. अनुच्छेद 164 (4) कहता है, 'एक मंत्री जो लगातार छह महीने तक राज्य के विधानमंडल का सदस्य नहीं है, उसे पद छोड़ना पड़ेगा.' इसका मतलब यह है कि ममता बनर्जी को छह महीने के भीतर किसी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आना होगा. 2011 में भी जब ममता बनर्जी ने पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, तब वह संसद सदस्य थीं. उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था. कुछ महीनों के बाद वह भबानीपुर से चुनी गई थीं.
यह भी पढ़ेंः केंद्र को SC का आदेश, 3 मई की रात से दिल्ली में ना हो ऑक्सीजन की कमी
कांग्रेस ने अभी से दिखाया बीजेपी को आईना
कांग्रेस नेता और कानूनी विशेषज्ञ अभिषेक सिंघवी ने कहा, 'कानूनी रूप से और नैतिक रूप से किसी को भी ममता बनर्जी के सीएम बनने और छह महीने के भीतर चुने जाने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. यदि कोई भी इसे मुद्दा बनाता है, तो यह उसके भारतीय संविधान के ज्ञान की कमी को दर्शाएगा.' गौरतलब है कि बंगाल में टीएमसी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. इस जीत ने ममता बनर्जी को यह एक गैर-भाजपा, गैर-कांग्रेस समूह में राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है. पूरे चुनाव में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी राष्ट्रीय नेताओं को चुनौती देती दिखी. ममता बनर्जी ने खुद को 'बंगाल की बेटी' के रूप में पेश किया और सत्ता विरोधी माहौल को कम करने में सफल रहीं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Arti Singh Wedding: सुर्ख लाल जोड़े में दुल्हन बनीं आरती सिंह, दीपक चौहान संग रचाई ग्रैंड शादी
-
Arti Singh Wedding: दुल्हन आरती को लेने बारात लेकर निकले दीपक...रॉयल अवतार में दिखे कृष्णा-कश्मीरा
-
Salman Khan Firing: सलमान खान के घर फायरिंग के लिए पंजाब से सप्लाई हुए थे हथियार, पकड़ में आए लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी