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महाराजगंज विधानसभा: परंपरागत रूप से राजपूत और यादब प्रभुत्व वाला क्षेत्र

सीवान जिले के महाराजगंज विधानसभा सीट बिहार के हॉट सीटों में से एक है जहां से  प्रभुनाथ सिंह जैसे बाहुबली ने लोकसभा का रास्ता तय किया है.

Updated on: 06 Nov 2020, 04:28 PM

महाराजगंज:

सीवान जिले के महाराजगंज विधानसभा सीट बिहार के हॉट सीटों में से एक है जहां से  प्रभुनाथ सिंह जैसे बाहुबली ने लोकसभा का रास्ता तय किया है. महाराजगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में छह विधान सभा क्षेत्र शामिल हैं. जिसमे सारण  जिले के 4 विधानसभा सीट भी शामिल है. महाराजगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले विधानसभा सीट है गोरेयाकोठी – 111, महराजगंज – 112, एकमा – 113, मांझी – 114, बनियापुर – 115 ,तरैया – 116. महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में राजपूत और यादव वोटरों का दबदबा है. यहां मुस्लिम, अतिपिछड़ी और दलित जातियों वोट गेम बदल सकता है.

परंपरागत रूप से यह क्षेत्र राजपूत और यादब प्रभुत्व वाला रहा है. पिछले दो विधान सभा चुनावों से यह सीट जदयू के पास ही रहा है. वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में यहाँ से जदयू के हेम नारायण विजयी हुए थे. 2015 में इस सीट के लिए लड़ाई जदयू के हेम नारायण और भाजपा के कुमार देव के बीच था जिसमे बाजी जदयू ने मार ली. जदयू के हेम नारायण को कुल 68,459 मत मिले थे और 20,292 मतों से विजयी हुए थे. वही इनके प्रतिद्वंदी भाजपा के कुमार देव की बात करें तो इनको 48, 167 मत मिला था. जदयू को 45.51 प्रतिशत मत प्राप्त हुआ तो भाजपा के कुमार देव को सिर्फ 32.02 प्रतिशत मतों ही मिला.  

वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के दामोदर सिंह यहाँ से विजयी हुए थे. राष्ट्रीय जनता दल के मानिक चाँद को हरा कर दामोदर सिंह यहाँ से विजयी हुए थे. दामोदर सिंह लगभग 20000 से अधिक मतों से यहां से विजयी हुए थे. इस सीट पर कुल मतदाता की संख्या 2,76,952 है जिसमे 52.27 प्रतिशत हिस्सेदारी पुरुष मतदातों की है और 47.73 प्रतिशत हिस्सेदारी महिला मतदाता की है. महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के तहत विधानसभा की 6 सीटें में से 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में 3 सीटें राजद, 2 जदयू और एक सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.