मध्य प्रदेश में नई विधानसभा के गठन से पहले उन विधायकों को अपना सरकारी आवास खाली करना पड़ेगा जो इस बार चुनाव नहीं लड़े थे. इस साल चुनाव नहीं लड़ने वाले 43 विधायकों को आवास खाली कराने के लिए विधानसभा सचिवालय ने नोटिस जारी किया है. बता दें मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को 230 सीटों के लिए वोट डाले जा चुके हैं. मतगणना 11 दिसंबर को होगी. इस 7 दिसंबर को साढ़े 5 बजे एक्जिट पोल (exit poll 2018) भी आने लगेंगे.
यह भी पढ़ेंः जानिए मध्य प्रदेश में क्यों फंसी CM शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी, क्या है 4% का चक्कर
नोटिस के अनुसार जो विधायक 2018 में चुनाव नहीं लड़े उन्हें मकान खाली करना होगा. इसके अलावा विधानसभा सचिवालय की ओर से नवागत विधायकों को ठहराने के लिए रेस्ट हाउस और होटल में इंतजाम करने के लिए भी सरकार को पत्र लिखा है. 43 मौजूदा विधायको को प्रदेश सरकार के माध्यम से दिए गए नोटिस में विधायक महरबान सिंह रावत,सत्यपाल सिंह सिकरवार, मुकेश चतुर्वेदी, प्रदीप अग्रवाल, घनश्याम पिनोरिया के नाम हैं.
यह भी पढ़ेंः जानिये चुनाव नतीजों के कितने करीब थे 2013 के Exit Poll
इनके अलावा विधायक शकुंतला खटीक,पन्नालाल शाक्य,पारुल साहू,केके श्रीवास्तव, अनिता नायक, आरडी प्रजापति, उमादेवी खटीक, महेंद्र सिंह,रमाकान्त तिवारी, राजेन्द्र मेश्राम,प्रमिला सिंह,मनोज कुमार अग्रवाल,मोती कश्यप,पंडित सिंह धुर्वे,कमल मर्सकोले,गोविंद सिंह पटेल,नाथनशाह कवरेती, जतन उइके,चंद्रशेखर देशमुख, चेतराम मानेकर,गोवर्धन उपध्य्याय,मंगल सिंह धुर्वे, कल्याण सिंह ठाकुर,गोपाल परमार, जसवंत सिंह हाड़ा, चंपालाल देवड़ा,लोकेंद्र सिंह तोमर,वेलसिंह भूरिया और कालू सिंह ठाकुर के भी नाम हैं.
Source : News Nation Bureau