मतदान से पहले ही इस पार्टी के उम्‍मीदवार ने छोड़ा मैदान, थामा BJP का दामन

जहां सभी उम्‍मीदवार अपने चुनाव प्रचार के लिए जमकर पसीना बहा रहे हैं वहीं जबलपुर में ...

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Drigraj Madheshia
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मतदान से पहले ही इस पार्टी के उम्‍मीदवार ने छोड़ा मैदान, थामा BJP का दामन

BJP को मिला फायदा

मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को होने वाले मतदान में सिर्फ दो दिन शेष रह गए हैं. जहां सभी उम्‍मीदवार अपने चुनाव प्रचार के लिए जमकर पसीना बहा रहे हैं वहीं जबलपुर में सपाक्स उम्मीदवार अमित खंपरिया चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी शरण में चले गए. बता दें 230 सीटों पर इस बार चुनाव में 2,907 प्रत्‍याशी अपनी किस्‍मत आजमा रहे हैं. इनमें से 1,102 निर्दलीय हैं. BJP ने जहां सभी 230 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार खड़े किए हैं वहीं कांग्रेस ने 229 सीटों पर दांव आजमाया है. कांग्रेस ने जतारा की सीट LJD के लिए छोड़ दी है. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मप्र में कुल 5, 04,91, 251 लोग मतदान करेंगे. इसमें 2,42,30, 390 महिला मतदाता और 2,63,01,300 पुरुष मतदाता हैं.

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सपाक्स के उम्मीदवार अमित खमपरिया अपने समर्थकों के साथ बीजेपी प्रत्याशी शरद जैन के कार्यालय पहुंचे और बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली. मतदान के ठीक पहले उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र में हुए इस खेल में राजनीतिक गणित भी बदल गया है. दरअसल इसके पीछे सपाक्स उम्मीदवार अमित खमरिया का डर भी बताया जा रहा है दरअसल कुछ दिनों पहले सपाक्स संस्था से अलग हुए ललित शास्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान किया था कि सपाक्स एक अलग संस्थान है और इसके कार्यकारी अध्यक्ष अमित खंपरिया को नियुक्त किया था.

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जिसके बाद सपाक्स दो गुटों में बंट गई. ललित शास्त्री ने हाईकोर्ट की भी शरण ली, लेकिन अदालत ने भी ललित शास्त्री की याचिका को खारिज कर दिया. इसके बाद सपाक्स के पदाधिकारियों ने अमित खपरिया के खिलाफ लार्डगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई और चुनाव प्रचार में सापाक्स शब्द के इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. शिकायत पर पुलिस ने अमित खंपरिया समेत अन्य उम्मीदवारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. इसके बाद तय था कि अमित खंपरिया की गिरफ्तारी होनी था. लिहाजा अमित ने उम्मीदवारी छोड़ बीजेपी में जाना ठीक समझा. हालांकि अमित खंपरिया इससे मन भेद की लड़ाई बता रहे हैं.

Source : News Nation Bureau

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