दिल्ली में राहुल गांधी के निवास पर बैठक शुरू गई है. बैठक में कमलनाथ, सिंधिया, ए के एंटोनी हैं. इस बैठक के बाद एमपी में सीएम के नाम का ख्सुलासा हो जाएगा. ख्बर ये भी है कि डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं. डिप्टी सीएम के लिए गोविंद सिंह राजपूत /तुलसी सिलावट के नामों की चर्चा जोरों पर है. सिंधिया खेमे से डिप्टी सीएम बनाने की संभावना ज्यादा है. भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनावों को मुद्देनज़र रखते हुए सिंधिया को भविष्य में दिया जा सकता है प्रदेश का प्रभार. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सीएम कमलनाथ ही होंगे
मध्य प्रदेश का सीएम कौन होगा इसका ऐलान आज शाम 4 बजे हो सकता है. कांग्रेस के पर्यवेक्षक एके एंटनी गुरुवार को दिल्ली से फिर भोपाल आएंगे. वे यहां पीसीसी में शाम 4 बजे होने वाली विधायकों की बैठक में शामिल होंगे. यहीं विधायक दल के नेता का ऐ लान भी कर दिया जाएगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक 14 दिसंबर को नए मुख्यमंत्री शपथ ले सकते हैं. एंटनी ने बुधवार को विधायक दल की बैठक में कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय खेमे के विधायकों से अलग-अलग चर्चा की. हालांकि इसमें मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ और सिंधिया को अपनी पसंद बताया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह जल्द ही मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के नामों की घोषणा करेंगे. राहुल ने कहा, "हम पार्टी के लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं, विधायकों से राय ले रहे हैं." उन्होंने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, "कांग्रेस पार्टी और अन्य लोग जो महसूस कर रहे हैं, उसे लेकर व्यापक रूप से जवाब मिल रहा है ..निश्चित रूप से आपको जल्द ही मुख्यमंत्री देखने को मिलेगा."
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मध्य प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व दिग्गज सांसद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं जबकि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के दो-दो दावेदार हैं. इस वजह से कांग्रेस तीनों राज्यों में डिप्टी सीएम के फॉर्मूले पर विचार कर रही है. मध्यप्रदेश में कमलनाथ और राजस्थान में अशोक गहलोत की मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी मजबूत है. मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान में सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाने में कांग्रेस को मुश्किल हो सकती है, क्योंकि माना जा रहा है कि दोनों नेता मुख्यमंत्री के अलावा कोई अन्य पद स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होंगे.
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कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर 1946 को उत्तर प्रदेश के औधोगिक शहर कानपुर में हुआ था. देहरादून के दून स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कमलनाथ ने कोलकाता के सेंट ज़ेवियर कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की. वो 34 साल की उम्र में वो छिदवाड़ा से जीत कर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे. आपको जानकर हैरत होगी कि उनका दिल्ली कार्यालय 24 घंटे कार्यकर्ताओं के लिए खुला रहता है और वो चुनाव अभियान के लिए हेलीकॉप्टरों और सैटेलाइट फोन इस्तेमाल करने वाले शुरूआती नेताओं में से एक हैं. कमलनाथ का मध्य प्रदेश से सिर्फ राजनीतिक रिश्ता है मुख्यरूप से वह पश्चिम बंगाल के हैं.
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कमलनाथ पर क्या लगे थे आरोप
कमलनाथ की छवि वैसे तो एक साफ सुथरे नेता की है लेकिन एक हवाला कांड में नाम आने की वजह से उन्हें 1996 में आम चुनाव नहीं लड़ने दिया गया था. साथ ही 1984 में हुए पंजाब दंगों में भी कमलनाथ का नाम उछला था लेकिन कोई अपराध सिद्ध नहीं हो पाया.
कहा जाता है बिजनेस टायकून
आपको जानकर हैरानी होगी कि कमलनाथ एक दो नहीं 23 कंपनियों के मालिक हैं. इसलिए उन्हें बिजनेस टायकून भी कहा जाता है.
Source : News Nation Bureau