logo-image

एक कॉमेडी शो से लेकर राजनीति तक, जानें भगवंत मान का सफर

भगवंत मान जो पंजाब में आम आदमी पार्टी के उमीदवार के नाम से जानें जाते हैं. दरअसल एक हफ्ते पहले आप की ओर से एक नंबर जारी किया गया था, इस नंबर पर 21 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी पसंद जाहिर की थी.

Updated on: 09 Mar 2022, 01:48 PM

New Delhi:

भगवंत मान( Bhagwant Mann) जो पंजाब में आम आदमी पार्टी के उमीदवार के नाम से जानें जाते हैं. दरअसल एक हफ्ते पहले आप की ओर से एक नंबर जारी किया गया था, इस नंबर पर 21 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी पसंद जाहिर की. इस पसंद के आधार पर ही 18 जनवरी को आप (AAP) संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान के नाम का ऐलान किया था. तो चलिए जानते हैं भगवंत मान कौन हैं भगवंत मान जिस पर पंजाब की 90 फीसदी जनता ने भरोसा जताया था. 

पंजाब के संगरूर से जुड़ी जड़-

भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को भारत में पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में हुआ था. उन्होंने पंजाब के संगरूर में स्थित एसयूएस कॉलेज से बीकॉम किया है. कॉमर्स के क्षेत्र में ग्रेजुएशन करने के बाद मान नौकरी या बिजनेस से दूर रहे क्योंकि वह कुछ हटकर करना चाहते थे. 

फेमस पंजाब कॉमेडियन-

भगवंत मान इस वक्त पंजाब की राजनीति में एक कद्दावर चेहरा हैं. जिसे आम आदमी पार्टी ने अब बतौर सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया है. ख़ास बात यह है कि राजनीति में आने से पहले वे फेमस कॉमेडियन भी रह चुके हैं. मान तमाम कॉमेडी शोज कर चुके हैं और अपने चुटकुलों से करोड़ों का दिल जीत भी चुके हैं. 

जुगनू नाम से फेमस-

भगवंत मान कॉमेडी से लेकर राजनीति तक हर जगह अपन अनाम बना चुके हैं लेकिन आज भी वो अपने घरवालों के लिए जुगनू हैं.  घर वालों का मानना था कि वे उनका ये बच्चा एक जुगनू है जो अपनी अंधेरे में रोशनी की किरण दिखाता है. भगवंत मान की शादी इंद्रप्रीत कौर से हुई थी हालांकि 2015 में दोनों अलग हो गए. दोनों के दो बच्चे हैं. 

भगवंत मान का राजनीतिक सफर-

इनके राजनीति करियर की बात करें तो मान शुरू से ही आम आदमी पार्टी का हिस्सा नहीं रहे हैं. बल्कि राजनीति पारी की शुरुआत उन्होंने मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी पंजाब पीपल्स पार्टी से की थी. वह 2012 में लहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन असफल रहे थे. इसके बाद मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और भगवंत मान आम आदमी पार्टी में आ गए. 2014 में भगवंत मान आम आदमी पार्टी से जुड़े और संगरूर लोक सभा सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में अपने नाम का डंका बजवा दिया था. यहां वे 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे.