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खड़गपुर सदर विधानसभा सीट : क्या बचा पाएंगे दिलीप घोष अपना गढ़

पश्चिम बंगाल की खड़गपुर सदर विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. भाजपा किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहेगी.

Updated on: 23 Dec 2020, 02:39 PM

खड़गपुर:

पश्चिम बंगाल की खड़गपुर सदर विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. भाजपा किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहेगी. फिलहाल खड़गपुर सदर विधानसभा सीट पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का कब्ज़ा है. साल 2019 के उपचुनाव में यहां से तृणमूल कांग्रेस के कैंडिडेट प्रदीप सरकार ने जीत दर्ज की है.

खड़गपुर सदर विधानसभा सीट से पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने 2016 के विधानसभा चुनाव में बाजी मारी थी. 2016 के विधानसभा चुनाव में यहां टीएमसी तीसरे नंबर पर रही थी. उस चुनाव में दिलीप घोष ने कांग्रेस के ज्ञान सिंह सोहनपाल को 6 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी थी. परन्तु, 2019 के आम चुनाव में दिलीप घोष के मेदिनीपुर लोकसभा सीट से जीतने के बाद खड़गपुर सदर सीट खाली हुई थी. 

2019 के उपचुनाव में यहां से तृणमूल कांग्रेस के कैंडिडेट प्रदीप सरकार ने 20 हजार 811 वोटों से जीत दर्ज की है. इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप सरकार ने बीजेपी के प्रेमचंद्र झा को हराया है. वहीं, कांग्रेस के चितरंजन मंडल तीसरे नंबर पर रहे.