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जोरासांको विधानसभा सीट( Photo Credit : न्यूज नेशन)
जोरासांको विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल जिले से आती है यह राज्य की प्रमुख विधानसभा सीटों में से एक है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी की स्मिता बख्शी जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचीं हैं. स्मिता बख्शी ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी बीजेपी के प्रत्याशी राहुल बिश्वजीत सिन्हा कड़ी टक्कर के बाद मुश्किल से शिकस्त दी थी.
आपको बता दें कि साल 2016 में हुए जोरासांको विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल एक लाख चौरान्बे हजार सात सौ संत्तावन (194757) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में जोरासांको विधानसभा सीट से कुल एक लाख चार हजार छः सौ चालीस (104640) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 59.29 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 40.71 फीसदी महिला मतदाता हैं.
जोरासांको विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. स्मिता बख्शी ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जोरासांको विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी बीजेपी के प्रत्याशी राहुल बिश्वजीत सिन्हा को 60290 मतों से कड़ी टक्कर के बाद शिकस्त दी थी, वहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर आरजेडी के प्रत्याशी अविनाश कुमार अग्रवाल 15,639 वोटों के साथ रहे, जबकि यहां पर भी 2,374 वोटों के साथ चौथे स्थान पर नोटा रहा.
साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
जोरासांको विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 54 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के स्मिता बख्शी ने बीजेपी के प्रत्याशी राहुल बिश्वजीत सिन्हा को कड़ी टक्कर के बाद 60290 वोटों के छोटे अंतर से हराया था. जोरासांको विधानसभा सीट कोलकाता उत्तर के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं सुदीप बंद्योपाध्याय, जो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से हैं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिन्हा को 127095 से हराया था.
बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.
Source : News Nation Bureau
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