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Haryana Assembly election: हरियाणा में बीजेपी को समर्थन दे सकती है जेजेपी: सूत्र

हरियाणा चुनाव के रुझानों के अनुसार, बीजेपी और कांग्रेस को पूर्व बहुमत मिलती नहीं दिख रही है.

Updated on: 24 Oct 2019, 05:23 PM

नई दिल्ली:

Haryana Assembly Election Results 2019:  हरियाणा चुनाव के रुझानों के अनुसार, बीजेपी और कांग्रेस को पूर्व बहुमत मिलती नहीं दिख रही है. वहीं, पहली बार चुनाव मैदान में उतरी जननायक जनता पार्टी (JJP) किंगमेकर बनकर उभरी है. ऐसे में हरियाणा की गणित यह कहती है कि जेजेपी का समर्थन जिस पार्टी मिलेगा राज्य में उसकी ही सरकार बनेगी. इस बीच में सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी जेजेपी के संपर्क में है. राज्य में जेजेपी भाजपा को समर्थन दे सकती है. 

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में त्रिशंकु के हालात बन रहे हैं. सोमवार यानी 21 अक्‍टूबर को हरियाणा की 90 सीटों पर वोट डाले गए थे. ताजा नतीजों के रुझानों में हरियाणा में बीजेपी 38 सीट पर आगे चल रही है. वहीं कांग्रेस 34 सीट, INLD 1 सीट, JJP 10 और अन्य 7 सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं. रुझान आने के बाद से जननायक जनता पार्टी (Jan nayak Janta Party) चर्चा के केंद्र बिंदु में है. दरअसल, ताजा रुझानों में राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार बनती हुई नहीं दिख रही है. ऐसे में राज्य की बड़ी पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस ने उन्हें अपने पाले में लाने के लिए जोड़ तोड़ शुरू कर दिया है.

हरियाणा में सरकार बनाने के लिए 46 सीट की दरकार है, लेकिन ताजा रुझानों में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता हुआ नहीं दिख रहा है. अगर भारतीय जनता पार्टी के साथ जननायक जनता पार्टी साथ जाती है तो राज्य में बीजेपी की सरकार आसानी से बन सकती है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रकाश सिंह बादल से दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) से बात करने के लिए कहा है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी दुष्यंत चौटाला को अपने साथ लाने के लिए कोशिश में लग गई है.

सोनिया गांधी ने दुष्यंत चौटाला से डील करने के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्रीहैंड दे दिया है. हालांकि कांग्रेस अगर Jan nayak Janta Party के साथ सरकार बनाने की कोशिश करती है तो उसे सीट जुटाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ सकती है. दरअसल, ताजा रुझानों के मुताबिक अगर कांग्रेस सरकार बनाने के लिए JJP का साथ लेती है तो उसे अन्य के कोटे से आए विधायकों का साथ चाहिए होगा.

बता दें कि दुष्यंत चौटाला को पिछले साल दिसंबर में इंडियन नेशनल लोक दल से बाहर कर दिया गया था. इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) से निष्कासित होने के बाद उन्होंने 9 दिसंबर, 2018 को जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का गठन किया था. एक साल से भी कम समय में दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा विधानसभा में वो कमाल कर दिखाया है, जिसे बड़े से बड़े नेता भी नहीं कर पाते हैं.