छत्तीसगढ़ में विधानसभा के पहले चरण में मतदान शुरू हो गया है. पहले चरण में 18 सीटों पर वोटिंग हो रही है. पामेड़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है. दोनों ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है. दोपहर करीब 12.20 से घने जंगलों में जारी इस गोलीबारी में पामेड़ में 2 कोबरा बटालियन के जवान घायल हो गए हैं. डीजी एंटी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है.
मतदान शुरू होने के कुछ देर पहले नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया. अभी तक इस ब्लास्ट में किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है. सुरक्षाबलों और पोलिंग पार्टी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि लोगों को मतदान करने से रोकने और दहशत फैलाने के लिए नक्सलियों ने यह ब्लास्ट किया है. गनतंत्र से गणतंत्र पर चोट की यह कोशिश मतदाताओं के मनोबल को तोड़ नहीं पाएगी.
IED was triggered by Naxals on Tumakpal-Nayanar road at around 5:30 am to target security forces. No harm to security forces & polling party. Party safely reached to Nayanar polling booth No. 183 under PS Katekalyan: Devnath, AIG (Anti-Naxal Ops). #Chhattisgarh https://t.co/mYZVvdTPee
— ANI (@ANI) November 12, 2018
ब्लास्ट दंतेवाड़ा के काटेकल्याण ब्लॉक के तुमाकपल कैंप के पास हुआ. बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह करीब 5:30 बजे एक-दो किलोग्राम के इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस से नक्सलियों ने ब्लास्ट किया. एंटी नक्सल ऑपरेशन के एआईजी देवनाथ ने बताया कि ब्लास्ट से सुरक्षाबलों और पोलिंग पार्टी को कोई नुकसान नहीं हुआ है और वे नयानार के बूथ नंबर 183 पर पहुंच गए हैं.
चुनाव से एक दिन पहले रविवार को अंतागढ़ में नक्सलियों ने 7 ब्लास्ट किये. ब्लास्ट में BSF के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह शहीद हो गए. इसके बाद नक्सलियों और पुलिस के बीच कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के आलपारस इलाके में मुठभेड़ हुई थी.
9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा से एक दिन पहले 8 नवंबर को नक्सलियों ने बड़ा हमला किया था, जिसमें सीआईएसएफ के एक जवान सहित पांच लोग मारे गए थे. उससे पहले नक्सलियों के हमले में दूरदर्शन के एक कैमरामैन की भी मौत हो गई थी और प्रधानमंत्री ने अपनी रैली में नक्सलियों को कोसा भी था.