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हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट पर इस बार कौन मारेगा बाजी, जानें पूरा हाल

विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी के पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचे हैं. लक्ष्मी रतन शुक्ला ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के संतोष कुमार पाठक को हराया था.

Updated on: 30 Jan 2021, 09:16 AM

नई दिल्ली :

हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल की सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है. यह विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल में हावड़ा के अंतर्गत आती है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी के पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचे हैं. लक्ष्मी रतन शुक्ला ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के संतोष कुमार पाठक को हराया था.

आपको बता दें कि साल 2016 में हुए हावड़ा उत्तर विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख पांच हजार सात सौ तेरह (205713) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट से कुल एक लाख सैंतीस हजार चार सौ पिचहत्तर (137475) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 54.71 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 45.29 फीसदी महिला मतदाता हैं.   

हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. लक्ष्मी रतन शुक्ला ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के संतोष कुमार पाठक को 26959 वोटों के के भारी अंतर से हराया था. वहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर बीजेपी की प्रत्याशी 31,416 वोटों के साथ बॉलीवुड एक्ट्रेस और महाभारत में द्रौपदी का रोल निभाने वाली लोकप्रिय अभिनेत्री रूपा गांगुली रहीं. 

साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 68 फीसदी मतदान हुआ था. 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कांग्रेस के संतोष कुमार पाठक 26959 वोटों के भारी अंतर से हराया था. हावड़ा उत्तर विधानसभा सीट हावड़ा के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रसून बनर्जी सांसद हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के रंतिदेव सेन गुप्ता को 103695 से हराया था.

बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.