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कैसे थे दिल्ली विधानसभा चुनाव के 2013 और 2015 के नतीजे, जानें यहां

दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) का बिगुल बज चुकी है. चुनाव आयोग आज दिल्ली चुनाव की तारीखों को घोषणा कर देगा. संभावना है कि फरवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली में चुनाव कराए जाएं.

Updated on: 06 Jan 2020, 03:21 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) का बिगुल बज चुकी है. चुनाव आयोग आज दिल्ली चुनाव की तारीखों को घोषणा कर देगा. संभावना है कि फरवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली में चुनाव कराए जाएं. 70 सदस्यों वाली दिल्ली विधानसभा का 22 फरवरी को कार्यकाल समाप्त हो रहा है. चुनाव आयोग को इससे पहले चुनाव संपन्न करा नई विधानसभा का गठन करना होगा. चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता भी (Code of Conduct) लागू हो जाएगी.

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2015 में आए थे चौंकाने वाले नतीजे
दिल्ली विधानसभा 2015 के नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया था. 7 फरवरी 2015 को दिल्ली विधानसभा के वोटिंग हुई. 10 फरवरी को जब इसके नतीजे आए तो सभी दैरान रह गए. आम आदमी पार्टी ने चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली की 70 विधानसभा में से 67 पर जीत दर्ज की. बीजेपी महज 3 सीटों पर सिमट गई. दिल्ली की सत्ता पर लगातार 15 साल तक राज करने के बाद 2013 में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई लेकिन 2015 ने नतीजे उसके लिए काफी हैरान करने वाले थे. कांग्रेस का दिल्ली से पत्ता साफ हो गया. कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी जीत दर्ज नहीं कर सका. आम आदमी पार्टी को चुनाव में कुल 54.3 फीसद वोट मिले. वहीं बीजेपी को 32.2 फीसद वोट मिले.

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2013 में केजरीवाल बने पहली बार मुख्यमंत्री
2013 विधानसभा चुनाव से आम आदमी पार्टी का पहला चुनाव था. मजह साल भर पहले पार्टी का गठन किया गया था. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा की सभी सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया. 4 दिसंबर 2013 को दिल्ली विभानसभा के लिए मतदान किया गया. 8 दिसंबर को नतीजे आए तो हैरान करने वाले थे. जो लोग अब तक आम आदमी पार्टी के वजूद को नकार रहे थे उनके लिए नतीजे काफी चौंकाने वाले थे. आम आदमी पार्टी दिल्ली में 28 सीटे जीतने में कामयाब रही. वहीं बीजेपी को 31 और कांग्रेस 8 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस के लिए यह नतीजे सबसे अधिक हैरान करने वाले थे क्योंकि वह पिछले 15 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज थी.

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कांग्रेस ने दिया था केजरीवाल को समर्थन
2013 दिल्ली विधानसभा के नतीजे आने के बाद किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. चुनाव में 31 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने सरकार बनाने के इंकार कर दिया. हालांकि बाद में कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए आम आदमी पार्टी को बिनाशर्त समर्थन दे दिया. जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली.