सियासी तौर भले ही हाईप्रोफाइल सीट हो महू विधानसभा लेकिन विकास के मामले पिछड़ा नजर आता है. यहां की जनता एक नहीं कई समस्याओं से जूझ रही है. महू विधानसभा के चुनावी समीकरणों की बात करें तो इस सीट पर 2008 से बीजेपी का कब्जा है. बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय इस सीट से मौजूदा विधायक हैं. कैलाश विजयवर्गीय बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं.
कांग्रेस के अंतरसिंह दरबार को 77 हजार 632 वोटों से मिली थी मात
1990 से लगातार विधायक रह चुके कैलाश विजयवर्गीय लंबे वक्त तक इंदौर की अलग-अलग सीटों से चुनाव लड़ते रहे, लेकिन 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने महू सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने. 2013 के चुनाव मैदान में भी कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस प्रत्याशी अंतरसिंह दरबार को लगातार दूसरी बार मात दी. 2013 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय को 89 हजार 848 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस के अंतरसिंह दरबार को 77 हजार 632 वोटों के साथ हार का मुंह देखना पड़ा.
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डॉ भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली महू विधानसभा वैसे तो सियासी दिग्गजों का गढ़ है, लेकिन इसके बाद भी क्षेत्र में विकास की रफ्तार जरा धीमी नजर आती है. अब जब 2018 की चुनावी बिसात बिछ चुकी है तो देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी बनाम कांग्रेस की इस लड़ाई में जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है.
Source : News Nation Bureau