भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने अभी दो महीने पहले ही जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटा दिया था, इसके बाद भी भाजपा को जीत के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. अब के रुझानों के अनुसार कुल 90 सीटों में से भाजपा 41 और कांग्रेस 33 सीटों पर आगे चल रही है. यानी दोनों ही पार्टियों को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. वहीं जेजेपी की बात करें तो वह 11 सीटों पर आगे है. आईएनएलडी भी एक सीट पर आगे है. ऐसे में दोपहर बाद तक ऊंट किस करवट बैठेगा यह कहना अभी मुश्किल ही नजर आ रहा है.
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हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे और रुझान आने शुरू हो गए हैं. सोमवार यानी 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र की 288 और हरियाणा की 90 सीटों पर वोट डाले गए थे. हरियाणा में भाजपा फिलहाल आगे है. जबकि महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की गठबंधन वाली सरकार है. जहां तक एग्जिट पोल की बात है तो अधिकतर सर्वे में दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार बन रही है. आंकड़े कुछ और ही कहते हुए नजर आ रहे हैं.
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हरियाणा विधानसभा चुनावों की तो राज्य के 90 सीटों पर 21 अक्टूबर को चुनाव हुए थे. हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar), अनिल विज (Anil Vij), सुभाष बराला (Subhash Barala), दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala), कैप्टन अभिमन्यु सिंह (Captain Abhimanyu Singh), सोनाली फोगाट (Sonali Phogat), रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) जैसे नाम प्रमुख हैं. जिनके भाग्य आज ईवीएम से बाहर निकल रहा है. इसमें से कुछ आगे तो कुछ पीछे चल रहे हैं.
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इस बीच खबर यह भी आ रही है कि हरियाणा में सरकार बनाने के 46 के आंकड़े से अगर बीजेपी के विधायकों की संख्या कुछ कम रहती है तो जननायक जनता पार्टी (JJP) को बीजेपी के साथ लाने के लिए बीजेपी के हरियाणा के नेताओं ने आलाकमान से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को मध्यस्थता के लिए मनाने का निवेदन किया है. दरअसल प्रकाश सिंह बादल और दुष्यंत चौटाला के दादा और पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. देवी लाल के परिवारों के दशकों पुराने दोस्ताना संबंध है और देवीलाल और प्रकाश सिंह बादल एक दूसरे को भाई मानते थे. इसी वजह से प्रकाश सिंह बादल की मदद से दुष्यंत चौटाला को अपने साथ लाने की तैयारी में है बीजेपी.
Source : Pankaj Mishra