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Gujarat Assembly Elections 2022: चुनावी मैदान में किस पार्टी में कितना दमखम, क्या BJP विपक्ष पर अब भी भारी? 

भाजपा ने अपने सबसे बड़े चेहरे यानि पीएम मोदी को प्रचार मैदान  में उतार दिया है. वे 72 घंटे गुजरात में रहकर विभिन्न रैलियों में शामिल होने जा रहे हैं. इस दौरान वे आठ राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.

Updated on: 17 Nov 2022, 09:12 PM

highlights

  • गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदन दो चरणों में होंगे
  • 182 विधानसभा सीटों पर मतदान के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे
  • PM 72 घंटे गुजरात में रहकर विभिन्न रैलियों में शामिल होंगे

नई दिल्ली :

Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही है. सभी पार्टियां अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही हैं. मतदान से पहले हर दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है. भाजपा ने अपने सबसे बड़े चेहरे यानि पीएम मोदी को प्रचार मैदान में उतार दिया है. वे 72 घंटे गुजरात में रहकर विभिन्न रैलियों में शामिल होने जा रहे हैं. इस दौरान वे आठ राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. वहीं कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ मैदान में हैं. आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार चुनावी दौरे कर रहे हैं. गौरतलब है ​कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदन दो चरणों में होंगे. पहला चरण एक दिसंबर को होगा. वहीं दूसरा चरण पांच दिसंबर को होने वाला है. 182 विधानसभा सीटों पर मतदान के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे. इस चुनाव में हर पार्टी की अपनी कमजोरी और ताकत है. आइए जानने की कोशिश करते है पार्टी की क्या खूबियां और ​कमियां हैं जो चुनाव में उसकी किस्मत तय करने वाली हैं.  

BJP  की ताकत और कमजोरी 

गुजरात में भाजपा की सरकार 27 सालों से है. यह पीएम मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का गृह राज्य है. यह पार्टी की बड़ी ताकत है. यहां पर भाजपा अपनी कामयाबी को दोहराने का प्रयास कर रही है. पीएम मोदी और गृहमंत्री के चेहरे का लाभ भाजपा को होने वाला है. गुजरात में हमेशा से पीएम मोदी सक्रिय रहे हैं. इस बार भी वे कई बड़ी रैलियों को करने वाले हैं. गुजरात में भाजपा को टक्कर देना आसान नहीं हैं. मगर इस बार मोरबी केबल पुल हादसे में 135 लोगों की मौत के बाद से विपक्षी पार्टियां भाजपा को घेरने का प्रयास कर रही है. 

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Congress की ताकत और कमजोरी 

गुजरात में अभी भी मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर कांग्रेस है. 2017 में कांग्रेस ने 77 सीटों को जीतकर बेहतर प्रदर्शन किया था. वहीं भाजपा 99 सीटों पर ही सिमट गई थी. इसके साथ कांग्रेस ने 35 सीटों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया था. कांग्रेस को 15 सीटों पर मामूली अंतर से हार ​मिली. इस बार अगर वह पिछले प्रदर्शन से आगे जाती है तो भाजपा के लिए खतरा बन सकती है. कांग्रेस की कमजोरी है कि उसके पास राज्य में स्थानीय नेताओं की भारी कमी है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका था. वहीं आम आदमी पार्टी इस बार गुजरात में सक्रिय है. ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस का वोट शिफ्ट होकर आप के पास जा सकते हैं. 

AAP की ताकत और कमजोरी 

गुजरात में आम आदमी पार्टी अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ने वाली है. पहली बार मैदान में उतरने के कारण गुजरात के लोगों में उसके प्रति विश्वास जागा है. लोगों के सामने भाजपा और कांग्रेस के अलावा आप भी विकल्प बन चुका है. पहली बार चुनावी मैदान में होने के कारण मतदाता उससे उम्मीद कर रहे हैं. पार्टी को हाल ही में पंजाब में मिली जीत से कार्यकर्ताओं में उत्साह है. आप की कमजोरी है कि गुजरात में उसका संगठन अभी काफी नया है. उसके पास बड़े चेहरों की कमी है. पार्टी का प्रदर्शन ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर हो सकता है.