प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद आये सकल घरेलू उत्पाद यानी कि जीडीपी सम्बन्धी आंकड़ों को विरोधियों के ख़िलाफ़ हथियार के तौर पर उतारा है।
यूपी के महारजगंज में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में रैली करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के ईमानदार लोगों, किसानों और नौजवानों ने जीडीपी में सुधार के जरिये 'हार्वर्ड और हार्ड वर्क' वालों की सोच के बीच फर्क जाहिर कर दिया है।
मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद विपक्ष के लोगों ने आर्थिक विकास चौपट होने, उद्योग धंधे बंद होने और देश को पूरी तरह पिछड़ने का दुष्प्रचार किया था। हार्वर्ड और आक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों के बड़े-बड़े विद्वानों ने नोटबंदी के कारण जीडीपी में दो से चार प्रतिशत की गिरावट का दावा किया था।
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उन्होंने कहा, 'देश ने हार्वर्ड वालों और हार्ड वर्क वालों की सोच का फर्क देख लिया। एक ओर हार्वर्ड के विद्वान हैं और दूसरी ओर एक गरीब मां का बेटा है जो हार्ड वर्क से देश की अर्थनीति बदलने में लगा हुआ है। देश के ईमानदारों ने दिखा दिया है कि हार्वर्ड से ज्यादा दम हार्ड वर्क में है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीडीपी के आंकड़े बता रहे हैं कि देश के ईमानदारों, किसानों और नौजवानों ने देश की विकास यात्रा को कोई आंच नहीं आने दी। मैं सिर झुकाकर नमन करना चाहता हूं कि उन्होंने झूठी बातों के बीच खेल करने वालों को परास्त कर दिया है। देश को अर्थनीति का यही माडल चाहिये। यह हमने करके दिखाया है।
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उन्होंने कहा कि मंगलवार को जो आंकड़े आये हैं, उससे विरोधियों को परेशानी हो रही है। वे अब कह रहे हैं कि आंकड़े कहां से आये। वे आंकड़े सच्चे हैं या झूठे। दरअसल, सभी सरकारों में जहां से आंकड़े आते हैं, वहीं से हमारे यहां भी आते हैं।
Source : News Nation Bureau