मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बालाघाट में नक्सली गतिविधियां बढ़ गईं हैं. छत्तीसगढ़ की तरह चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश में भी नक्सली उपद्रव मचाने की कोशिश में हैं. शनिवार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया, वहीं उसके साथी भाग खड़े हुए. पुलिस मुख्यालय की ओर से शनिवार रात को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ की नक्सली गतिविधियों को ध्यान में रखकर चुनाव के मद्देनजर बालाघाट एवं मंडला में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है ताकि नक्सली किसी घटना को अंजाम न दे पाएं और चुनावों में विघ्न उत्पन्न न हो.
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जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर हट्टा थाना क्षेत्र के गोदरी गांव से 25 किलोमीटर दूर हॉक फोर्स का गश्ती दल पेट्रोलिग कर रहा था. पेट्रोलिग के दौरान महिला सहित चार वर्दीधारी नक्सली व तीन गैर वर्दीधारी नक्सलियों ने पुलिस पर गोलीबारी की.लगभग 40 मिनट की मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग खड़े हुए. मुठभेड़ के बाद मौके से एक नक्सली का शव मिला.
बता दें छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले नक्सलियों ने कई हमले कर करी 10 जवानों और आधा दर्जन लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.
बड़े नक्सली हमले
• 13 मार्च 2018:सुकमा में लैंडमाइन ब्लास्ट में 9 जवान शहीद, 25 घायल
• 11 मार्च 2017: सुकमा के दुर्गम भेज्जी इलाके में नक्सली हमला, 11 सीआरपीएफ जवान शहीद.
• 11 मार्च 2014: टाहकवाड़ा में सीआरपीएफ पर नक्सली हमला, 16 जवान शहीद.
• जुलाई 2007: छत्तीसगढ़ के एर्राबोर अंतर्गत उरपलमेटा एम्बुश में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए.
• अगस्त 2007: छत्तीसगढ़ के तारमेटला में मुठभेड़ में थानेदार सहित 12 जवान शहीद हुए.
• 1 दिसंबर 2014: सुकमा में सीआरपीएफ की 233 बटालियन पर हमला, 13 जवानों शहीद.
• 12 जुलाई 2009: राजनांदगांव के एम्बुश नक्सलियों के हमले में 29 जवान हुए थे शहीद.
• 6 अप्रैल 2010: दंतेवाड़ा ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए.
• सितम्बर 2005: बीजापुर स्थित गंगालूर रोड पर एंटी-लैंडमाइन वाहन पर ब्लास्ट, 23 जवान शहीद.
Source : INAS