इस समय पूरा प्रदेश चुनावी रंग में रंगा है. राजनैतिक पार्टियां जी जान से प्रचार प्रसार में जुटी है वहीं बुंदेलखंड के छतरपुर जिले छोटे से गांव सराई गांव के किसान क्रिकेट के रंग में रंगे हुए हैं.क्रिकेट भी ऐसा की जो भी वहां से निकले बस वहीं थम जाए. पहाड़ की वादियों के बीच कहीं झाड़ झंखाड़ तो कहीं जमीन पर बैठे दर्शक के रूप में ग्रामीण किसान, जो पिछले कई साल से सूखे की मार को झेल रहे हैं .
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जहां कई किसान इन परेशानियों में टूट कर आत्मघाती कदम उठा लेते हैं वहीं सराई गांव के किसान अपनी परेशानियों और हर गम को भुलाने के लिए क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं.
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इस आयोजन में आसपास के गांवों और छोटे कस्बों की टीमों को आमंत्रित किया जाता है और फिर शुरू होता है बुंदेली क्रिकेट. बुंदेली क्रिकेट में चियर लीडर्स की तर्ज पर डांस का तड़का भी यहां मिलता है.
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एक सप्ताह तक चलने वाले इस आयोजन में ग्रामीण बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. क्रिकेट के इस उत्सव का आनंद लेकर अपने किसान भाइयों के चेहरे पर खुशी ला रहे हैं. बंजर खेतों में कहीं पेड़ पर बंधे लाऊड स्पीकर तो कही धूल में बैठे दर्शक, बेशक आपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखा होगा लेकिन इस गांव के अनोखे क्रिकेट का आनंद ही कुछ और है.
Source : RAJENDRA