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चुनाव आयोग ने प्रचार करने वाले नेताओं को दी कड़ी चेतावनी

कोरोना महामारी और इस बीच हो रहे चुनाव प्रचार को लेकर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारकों और राजनीतिक नेताओं द्वारा प्रचार के दौरान मास्क नहीं पहनने की घटनाओं को लेकर चेतावनी दी है.

Updated on: 10 Apr 2021, 03:59 PM

highlights

  • चुनाव प्रचार कर रहे नेताओं को चेतावनी
  • चुनाव आयोग ने नेताओं को दी चेतावनी
  • पांच राज्यों में जारी है सियासी घमासान

नयी दिल्ली:

कोरोना महामारी और इस बीच हो रहे चुनाव प्रचार को लेकर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारकों और राजनीतिक नेताओं द्वारा प्रचार के दौरान मास्क नहीं पहनने की घटनाओं को लेकर चेतावनी दी है. साथ ही उनसे कहा कि वे आयोग द्वारा पिछले साल जारी कोरोना दिशानिर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन करें. उल्लंघन होने पर आयोग दोषी प्रत्याशियों, स्टार प्रचारकों या राजनीतिक नेताओं की जनसभाओं और रैलियों पर प्रतिबंध लगाने से नहीं हिचकेगा. चुनाव आयोग ने कहा है कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन इसी दौरान यह भी देखा गया है कि राजनीतिक दलों के द्वारा जिन दिशा निर्देशों का पालन करना जरूरी था, लेकिन उनकी धज्जियां उड़ा रहे हैं.

स्टेज पर और प्रचार करते समय मास्क नहीं पहन रहे हैं. आयोग ने कहा, ऐसा कर राजनीतिक दलों के नेताओं और उम्मीदवारों के साथ ऐसी चुनावी सभा में बड़ी संख्या में हिस्सा लेने वाले लोगों के भी संक्रमित होने का खतरा है. चुनाव आयोग ने कहा कि उल्लंघन होने पर वह निर्देशों की अवहेलना करने वाले उम्मीदवारों, स्टार प्रचारकों या नेताओं की जनसभाओं, रैलियों पर रोक लगाने से नहीं हिचकेगा.

आयोग ने सभी से कोरोना प्रोटोकॉल का गंभीरता में पालन के लिए पिछले साल 21 अगस्त को जारी किए गए अपने दिशानिर्देश का पालन करने की बात कही. आयोग ने कहा, किसी भी बैठक या रैली करने से पहले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें, मास्क पहनें, और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच चुनाव कराने का फैसला लिया गया है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,45,384 नये केस दर्ज किये गये हैं और 794 लोगों की मौत हुई है. वहीं अब कोरोना के कुल आंकड़ा 1 करोड़ 32 लाख से ज्यादा हो गये हैं.

 इससे पहले शुक्रवार को चुनाव आयोग ने दीदी को एक और नोटिस थमा दिया था. इस बार केंद्रीय बलों पर ममता बनर्जी की टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा और शनिवार दोपहर 11 बजे तक जवाब दाखिल करने को कहा था. आपको बता दें कि इस बार चुनावी रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने वोटरों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा था कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवान गांवों में लोगों को डराने-धमकाने पहुंच सकते हैं. इससे पहले टीएमसी ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय सुरक्षाबल (CRPF) बंगाल में उनके वोटरों को पोलिंग बूथ पर जाने से रोक रहे हैं.