छत्‍तीसगढ़ विधानसभा चुनाव : पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्‍म, पोलिंग पार्टियां रवाना

छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम पांच बजे खत्‍म हो गया. वहीं पोलिंग पार्टियां मतदान ड्यूटी के लिए रवाना हो चुके हैं. पहले चरण में नक्‍सल प्रभावित इलाके में मतदान होंगे, लिहाजा सुरक्षाबलों के लिए शांतिपूर्ण एवं निष्‍पक्ष तरीके से चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण साबित होगा.

author-image
Sunil Mishra
एडिट
New Update
छत्‍तीसगढ़ विधानसभा चुनाव : पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्‍म, पोलिंग पार्टियां रवाना

छत्‍तीसगढ़ में चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गई हैं. (वीडियो ग्रैब)

छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम पांच बजे खत्‍म हो गया. वहीं पोलिंग पार्टियां मतदान ड्यूटी के लिए रवाना हो चुके हैं. पहले चरण में नक्‍सल प्रभावित इलाके में मतदान होंगे, लिहाजा सुरक्षाबलों के लिए शांतिपूर्ण एवं निष्‍पक्ष तरीके से चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण साबित होगा. पहले चरण में 18 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा. छत्‍तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव संपन्‍न कराए जाएंगे. पहले चरण का चुनाव 12 नवंबर को तो दूसरे चरण का 28 नवंबर को कराया जाएगा. वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी. चुनाव आयोग के अनुसार, 15 दिसंबर से पहले सारी चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.

Advertisment

यह भी पढ़ें : राहुल गांधी दहाड़े, पनामा पेपर्स के चक्‍कर में नवाज शरीफ जेल चले गए, यहां सीएम के बेटे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई

कांग्रेस के लिए गढ़ बचाना चुनौती

पहले चरण में जहां मतदान होने हैं, ज्यादातर सीटें नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं. इधर नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा और लगातार हो रहे हमलों के बीच शांतिपूर्ण मतदान करना जहां चुनाव आयोग के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी, वहीं कांग्रेस के लिए अपना जनाधार बनाए रखना. क्योंकि इस चरण की 18 सीटों में से 12 कांग्रेस का कब्ज़ा है. जहां तक बीजेपी की बात करें तो 2013 में मोदी लहर के बावजूद उसे सिर्फ 6 सीटें ही मिल पाईं थीं.

अजित जोगी बने सिरदर्द

अभी तक इन सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच रहा है लेकिन इस बार पूर्व CM अजितजोगी की छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और सीपीआई का गठबंधन भी चुनाव मैदान में है. जाहिर है यह गठबंधन दोनों दलों के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा. पिछले चुनाव बसपा को 4.27%मत मिले थे. इसके अलावा अजितजोगी आदिवासी बहुल क्षेत्रों में खासे प्रभावी रहे थे.

यह भी पढ़ें : अमित शाह गरजे, जिस पार्टी को नक्‍सलवाद में क्रांति दिखती है, वह छत्‍तीसगढ़ का भला नहीं कर सकती

दंतेवाड़ा और राजनांदगांव पर रहेगी सबकी नज़र

तीन बार से मुख्यमंत्री पद पर काबिज डॉ रमन सिंह को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह चौथी बार पद पर बने रहने के लिए राजनांदगांव से मैदान में हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं दंतेवाड़ा से कांग्रेस ने अपने आदिवासी नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा को टिकट दिया है जबकि बीजेपी ने भीमा मंडावी को उतारा है, जो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर टिप्पणी कर विवादों में आए थे.

गुरुवार को हुआ था बड़ा हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्‍तीसगढ़ दौरे के एक दिन पहले गुरुवार को दंतेवाड़ा में नक्‍सिलयों ने बड़ा हमला कर सुरक्षा व्‍यवस्‍था को चुनौती दी है. गुरुवार को नक्सलियों ने CISF जवानों से भरी एक बस को आईईडी ब्‍लास्‍ट से उड़ा दिया. इस हमले में 5 लोग मारे गए.

एग्‍जिट या ओपिनियन पोल पर रोक

चुनाव आयोग ने 5 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए मतदान शुरू होने की तारीख 12 नवंबर से लेकर अंतिम मतदान तारीख 7 दिसंबर तक इन राज्यों के चुनाव के संबंध में सभी प्रकार के एग्जिट पोल पर रोक लगा दी है. जिन राज्यों में चुनाव की तिथियों की घोषणा हुई है, उनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना शामिल हैं.

Source : Aditya Namdev

Chhattisgarh Assembly Election chhattisgarh Election campaign Election Campaign end
      
Advertisment