महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने को लेकर लगातार बीजेपी और एनसीपी के बीच खींचतान चल रही है. इस बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इस विवाद को विराम देते हुए कहा कि हम जल्द ही सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध जल्द ही समाप्त हो जाएगा.
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महाराष्ट्र में जहां बीजेपी सीएम पद देने के लिए तैयार नहीं हो रही है तो वहीं शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी है. इसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच खटपट चल रही है. ऐसे में कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना का इंतजार कर रही है. इस बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अकोला के एक कार्यक्रम में कहा कि मुझे लगता है कि सरकार के गठन में जल्द ही सारे अवरोध समाप्त हो जाएंगे. हम सभी को राज्य के लोगों के लाभ के लिए ही काम करना है. मुझे उम्मीद है कि सरकार जल्द बनेगी.
बता दें कि एनसीपी (NCP) नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत ने उन्हें एक संदेश भेजा है. उन्होंने मीडिया के सामने मैसेज को दिखाते हुए कहा कि संजय राउत ने 'जय महाराष्ट्र' का मैसेज भेजा है. मैं एक बैठक में था, इसलिए इस मैसेज का जवाब नहीं सका. हम अब आपस में बातचीत करेंगे. इससे पहले संजय राउत ने पूर्ण बहुमत का दावा किया था.
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नेशनल कांग्रेस पार्टी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने कहा कि शिवसेना के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र चुनाव के बाद पहली बार मुझसे संपर्क किया है. उन्होंने मुझे 'जय महाराष्ट्र' का एक मैसेज भेजा है. हालांकि, मैं नहीं जानता कि उनके इस मैसेज का क्या मतलब है. जब ये मैसेज आया था तो मैं उस समय एक मीटिंग में था. अब मैं थोड़ी देर में उसे फोन करूंगा.
एनसीपी नेता अजित पवार ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति के लिए सोमवार का दिन काफी अहम है. हमारे नेता शरद पवार कल दिल्ली जाएंगे और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. हम सभी मिल बैठकर फैसला करते हैं. शिवसेना के साथ गठबंधन पर फैसला कल होगा.
बता दें कि अजित पवार ने कहा कि अगर संजय राउत ने दावा किया है कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है तो वे इस आंकड़े के बारे में बता सकते हैं. हम एक साथ 110 हैं. शिवसेना के समर्थन पर अजित पवार ने कहा कि एनसीपी ने कांग्रेस से गठबंधन करके चुनाव लड़ा था. एक पक्ष यह निर्णय नहीं ले सकता है. शिवसेना के गठबंधन का निर्णय कांग्रेस-एनसीपी को संयुक्त रूप से करना है, लेकिन बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन एक साथ लड़ा और उन्हें बहुमत मिला. अब उन्हें सरकार बनानी चाहिए.