logo-image

दिल्ली चुनाव रुझानों से हुआ साफ, लोकसभा चुनाव '2024: केजरीवाल बनाम मोदी'

पार्टी ऑफिस के बाहर एक आप कार्यकर्ता बैनर लिए हुए था, जिस पर अगले लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में केजरीवाल बनाम मोदी का नारा लिखा था.

Updated on: 11 Feb 2020, 10:02 AM

highlights

  • प्रारंभिक रुझानों में ही आम आदमी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार किया.
  • आप के पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने जश्न की तैयारी शुरू. भव्य सजावट.
  • पार्टी कार्यकर्ता के हाथों में बैनर पर '2024: केजरीवाल बनाम मोदी' लिखा मिला.

नई दिल्ली:

मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Results 2020) के लिए मतगणना (Voting) शुरू होते ही प्रारंभिक रुझानों (Early Trends) में ही आम आदमी पार्टी (AAP) ने बहुमत (Majority) का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया. इसके साथ ही आप के पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने जश्न की तैयारी शुरू कर दी. हालांकि पार्टी कार्यालय के बाहर एक अजब नजारा देखने को मिला, जो भविष्य की राजनीति का संकेत करार दिया जा सकता है. पार्टी ऑफिस के बाहर एक आप कार्यकर्ता बैनर लिए हुए था, जिस पर अगले लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में केजरीवाल बनाम मोदी का नारा लिखा था.

यह भी पढ़ेंः Delhi Assembly Election Results LIVE: आप 47, बीजेपी 23 सीट पर आगे, कांग्रेस 0

'2024: केजरीवाल बनाम मोदी'
आप कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ता के हाथों में जो बैनर था उस पर '2024: केजरीवाल बनाम मोदी' लिखा हुआ था. गौरतलब है कि 2014 में अरविंद केजरीवाल ने बनारस में तब प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. भले ही केजरीवाल बुरी तरह से हारे हों, लेकिन उन्होंने तब भी संकेत दिए थे कि कांग्रेस रहित विपक्ष में आप एक विपक्षी ध्रुव की संभावना बनकर उभर सकती है. इसके पहले वह 2013 में दिल्ली में बीजेपी को सरकार बनाने से रोकने में सफल रहे थे.

यह भी पढ़ेंः चुनाव नतीजों से पहले मनोज तिवारी का नया दावा, दिल्ली में BJP जीतेगी 55 सीटें

दिल्ली में बीजेपी-आप
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल ही दो विपरीत ध्रुव बतौर उभरे. परिणाम आम आदमी पार्टी के पक्ष में रहे. 54 फीसदी मतों के साथ आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी तीन सीटें जीतने में सफल रही थी, तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. 2019 लोकसभा चुनाव में भी नरेंद्र मोदी दोबारा सत्तारूढ़ होने के संघर्ष में थे. हालांकि दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी जीत का परचम फहराने में सफल रहे, लेकिन आप ने 18 फीसदी वोट हासिल करने में सफलता प्राप्त की. सात लोकसभा सीटों में से पांच पर आप तीसरे स्थान पर रही, तो तीन पर उसके प्रत्याशियों को जमानत तक गंवानी पड़ी.

यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार आज राज्यसभा में ला सकती है जनसंख्या नियंत्रण कानून!, पार्टी व्हिप जारी

इस बार भी मोदी-केजरीवाल
इस साल भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में परोक्ष रूप से 'नरेंद्र मोदी बनाम अरविंद केजरीवाल' की ही लड़ाई थी. गौरतलब है कि बीजेपी ने राष्ट्रीय मुद्दों पर तो आप ने स्थानीय मुदों पर अपना प्रचार अभियान केंद्रित किया था. पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने अवैध कॉलोनियों के नियमतिकरण के फैसले के बाद धन्यवाद रैली कर दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार का शंखनाद किया था. इसके बाद नागरिकता संशोधन कानून सभी ने शाहीन बाग को मुद्दा बना मतों के ध्रुवीकरण का प्रयास किया.