दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) के लिए आज 8 बजे से वोटिंग शुरू है जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगी. दिल्ली की जनता आज EVM में दिल्ली का भविष्य तय करेगी. चुनाव अधिकारियों ने शनिवार को होने वाले 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए तैयारी पूरी कर ली हैं और राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के साथ ही शाहीन बाग तथा अन्य संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. दिल्ली में 1.47 करोड़ लोगों को मताधिकार प्राप्त है और इस चुनावी मुकाबले में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भाजपा तथा कांग्रेस प्रमुख रूप से मैदान में हैं.
हर चुनाव से पहले ईवीएम मशीन पर सवाल उठने लगे हैं. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भारद्वाज ने दिल्ली के नगर निगम चुनावों के दौरान ईवीएम गड़बड़ी के दावे किए थे. इसको लेकर उन्होंने बाकायदा विधानसभा में ईवीएम हैकिंग को लेकर लाइव डेमो भी किया था. भारद्वाज के इस दावे को चुनाव आयोग ने नाकार दिया था. लेकिन, लोकसभा चुनाव में जिस तरह से कई जगह मतदान को लेकर गड़बड़ी देखने को मिली है, उसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी चली थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम को क्लीन चिट दे दी थी.
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इसके पहले लोकसभा चुनावों में भी ईवीएम मशीन पर चुनाव सवाल उठाए गए थे. अमेरिका में राजनीतिक शरण चाहने वाले एक भारतीय साइबर विशेषज्ञ ने सोमवार को दावा किया कि भारत में 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये 'धांधली' हुई थी. उसका दावा था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है.
दरअसल स्काईप के जरिये लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शख्स ने दावा किया था कि 2014 में वह भारत से पलायन कर गया था, क्योंकि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने की घटना के बाद वह डरा हुआ था. शख्स की पहचान सैयद शुजा के तौर पर हुई है. उसने दावा किया कि टेलीकॉम क्षेत्र की बड़ी कंपनी रिलायंस जियो ने कम फ्रीक्वेंसी के सिग्नल पाने में बीजेपी की मदद की थी ताकि ईवीएम मशीनों को हैक किया जा सके.
चुनाव आयोग ने किया था खारिज कर दिया था.
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चुनाव आयोग ने भारतीय मूल के अमेरिकी टेक एक्सपर्ट सैयद शुजा के उस दावे को पूरी तरह से खारिज़ किया था. चुनाव आयोग ने कहा था कि EVM कड़े सुरक्षा इंतज़ाम और निगरानी के बीच भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रोनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड में बनाया गया है. साल 2010 में टेक्निकल एक्सपर्ट्स की एक कमेटी गठित की गई है जिसकी सख़्त निगरानी में यह तैयार किया जाता है. इसे हैक नहीं किया जा सकता'
इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी ईवीएम को हैक करने के लिए सभी पार्टियों को बुलाया गया था और तीन दिन तक इस पर पॉलिटिकल पार्टियां ईवीएम को हैक ही नहीं कर पाई थी. जबकि आम आदमी पार्टी पहुंची ही नहीं थी.
Source : News Nation Bureau