logo-image

Delhi Assembly Election: आप शाहीन बाग वालों के साथ हैं या मोदी जी के साथ : अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए पूछा कि दिल्ली की जनता किसके साथ है

Updated on: 31 Jan 2020, 08:24 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. इसी के तहत शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के पीतमपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली की आम आदमी सरकार पर जमकर हमला बोला. केंद्रीय गृहमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए दिल्ली सत्ताधारी पार्टी आम आमदी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए पूछा कि दिल्ली की जनता किसके साथ है एक और नरेंद्र मोदी जी की भारतीय जनता पार्टी है और दूसरी तरफ दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी है जो कहती है कि वो शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के साथ हैं.

अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में बहुत से चुनाव लड़े ओर लड़ाये हैं, लेकिन मैंने दिल्ली सरकार जैसी झूठ बोलने वाली सरकार कभी नहीं देखी. राज्य सरकारों के बीच विभिन्न विकास कार्यों को लेकर स्पर्धा होती है, लेकिन कहीं पर भी दिल्ली सरकार का पहला नंबर नहीं आया. शाह ने आगे कहा कि, केजरीवाल ने कहा था कि 8 लाख युवाओं को नौकरी देंगे, युवा आज भी नौकरी ढूंढ रहा है. अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने का वादा किया था, एक भी कर्मचारी को स्थाई नहीं किया.

शाह यहीं पर चुप नहीं हुए उन्होंने केजरीवाल पर हमला जारी रखते हुए कहा कि केजरीवाल जी ने चुनाव से पहले कहा था कि सत्ता में आए तो सरकारी बंगला, सरकारी गाड़ी नहीं लेंगे. परंतु आपने लोगों को ऐसा झूठ क्यूं कहा कि हम सरकारी घर नहीं लेंगे? आपने शपथ लेने के बाद सबसे पहला काम सरकारी बंगला और गाड़ी लेने का किया. केंद्रीय गृहमंत्री ने आगे कहा कि, मैं आपसे एक ही वादा करना चाहता हूं कि हम बीजेपी वाले जो कहते हैं वही करते हैं, क्योकि 'मोदी है तो मुमकिन है'. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि एक बार यहां बीजेपी की सरकार बना दो, 5 साल के अंदर हम दिल्ली को दुनिया की सबसे खूबसूरत राजधानी बना देंगे.

शाह ने दिल्ली में दूषित जल के मुद्दे पर भी केजरीवाल सरकार को लताड़ लगाई उन्होंने कहा कि, अभी-अभी Bureau of Indian Standards के माध्यम से दिल्ली के साथ-साथ 21 शहरों के पानी का परीक्षण किया गया. BIS सर्वे के अनुसार सबसे ज्यादा गंदा पीने का पानी दिल्ली वालों को मिल रहा है. शाह ने दिल्ली जलबोर्ड की आमदनी में अचानक आई कमी को लेकर भी केजरीवाल पर हमला बोला उन्होंने कहा कि, पहले दिल्ली जल बोर्ड 178 करोड़ रुपये के फायदे में रहता था और आज 800 करोड़ के घाटे में है. जबकि दिल्ली के जल बोर्ड के चेयरमैन खुद अरविंद केजरीवाल है.

यह भी पढ़ें-Nirbhaya Case: पिता ने दोषियों को फांसी नहीं दिए जाने पर केजरीवाल को ठहराया जिम्मेदार

शाह ने आगे कहा कि आज मैं कहने आया हूं कि 2019 में जब दिल्ली सहित पूरे देश ने मोदी जी को 303 संसद देकर पूर्ण बहुमत दिया तो मोदी जी ने 70 साल पुराने सारे सवालों का निराकरण मात्र 6 महीनों के भीतर-भीतर कर दिया. कांग्रेस, आप, कम्युनिस्ट, सपा, बसपा और ममता दीदी सभी एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं. ये इसलिए 370 नहीं हटा पाए क्योंकि ये अपने वोटबैंक की राजनीति करते हैं. देश के सभी भारतीय चाहते थे कि जहां प्रभु श्रीराम जी का जन्म हुआ था, वहां भव्य राम मंदिर बने. जब भी कोर्ट में केस चलता था तो कांग्रेस, AAP पार्टी और उसके सहयोगी दल केस चलने नहीं देते थे. मोदी जी की सरकार बनी, सुप्रीम कोर्ट में केस आया, केस चला और पांचों जजों ने फैसला दिया कि उसी स्थान पर मंदिर बनेंगे, जहां श्रीराम का जन्म हुआ था.

यह भी पढ़ें-जामिया गोली कांड के आरोपी को 14 दिन की प्रोटेक्टिव कस्टडी में भेजा गया 

4 महीने के अंदर जहां पर प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था वहीं पर भव्य मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी ने 15 अगस्त 1947 में धर्म के आधार पर देश के दो टुकड़े कर दिए, लाखों हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी और ईसाई पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रह गए. वहां उनकी नाबालिग बच्चियों को उठा लिया गया, घर की महिलाओं को बेइज्जत किया गया और लाखों करोड़ों की जायदाद के मालिक जब भारत आये तो ये दाने दाने के मोहताज थे.

यह भी पढ़ें-अभिभाषण में सीएए को उपलब्धि बताना शर्मनाक, सरकार ने राष्ट्रपति पद की गरिमा घटाई : विपक्ष

ये लोग अपने घर की महिलाओं की इज्जत बचाने के लिए, अपने धर्म को बचाने के लिए 70 साल से भारत आ रहे थे, लेकिन इन्होंने उन्हें नागरिकता नहीं दी. केजरीवाल आज कहते हैं कि भाजपा पाकिस्तानियों को नागरिकता देती है. मैं केजरीवाल को बताना चाहता हूं कि ये दिल्ली 30% पाकिस्तान से आये हुए पंजाबी, सिख और हिन्दुओं की है. ये लोग पाकिस्तानी नहीं बल्कि हमारे भाई-बहन हैं.