दिल्ली विधानसभा चुनाव की मंगलवार को चल रही मतगणना के अब तक आए रुझानों से लगता है कि राष्ट्रीय राजधानी के अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) ही रही. आप ने मटिया महल, सीलमपुर, ओखला, बल्लीमारान और मुस्तफाबाद से मुस्लिम समाज के प्रत्याशियों पर भरोसा जताया था. वहीं, कांग्रेस ने भी इन पांचों सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे.
अबतक के रुझानों के मुताबिक, ओखला से आप उम्मीदवार और दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्ला खान को 50,902 (81.64 प्रतिशत) वोट मिले हैं. वह भाजपा के ब्रह्म सिंह से 42,141 वोटों से आगे हैं, जबकि इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर चार बार विधानसभा पहुंचे और फिर राज्यसभा सदस्य भी रहे परवेज हाशमी को महज़ 1,882 (3.02 फीसदी) वोट मिले हैं. वहीं, 2013 तक कांग्रेस का गढ़ रही सीलमपुर सीट पर भी आप को अजेय बढ़त है. इस सीट से आप प्रत्याशी अब्दुल रहमान को 72,694 (56.05 फीसदी) वोट मिले हैं. वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कौशल कुमार मिश्रा से 36,920 वोटों से आगे हैं.
वहीं, 1993 से लगातार 2015 तक विधायक रहे कांग्रेस के उम्मीदवार चौधरी मतीन अहमद तीसरे नंबर पर चल रहे हैं. उन्हें 20,247(15.61 प्रतिशत) वोट मिले हैं. दिल्ली सरकार में मंत्री और बल्लीमारान से आप उम्मीदवार इमरान हुसैन का भी अल्पसंख्यक समुदाय ने पूरा साथ दिया लगता है, जबकि शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे हारुन यूसुफ तीसरे नंबर पर चल रहे हैं. हुसैन को 65,644 (64.65 फीसदी) वोट मिले हैं और वह भाजपा की उम्मीदवार लता से 36,172 वोटों से आगे हैं. वहीं, 1993 से 2015 तक इसी सीट से विधायक रहे यूसुफ को मात्र 4,802(4.73 प्रतिशत) वोट मिले हैं.
इस बार मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से आप उम्मीदवार हाजी युनूस ने बढ़त बनाई हुई है. पिछली बार यहां से भाजपा के जगदीश प्रधान जीते थे. युनूस को 98,850 (53.2 प्रतिशत) वोट मिले हैं और वह भाजपा उम्मीदवार प्रधान से 20,704 वोटों से आगे चल रहे हैं. इस सीट से 2008 और 2013 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीतने वाले हसन अहमद के बेटे अली महदी को 5,363 (2.89) वोट मिले हैं. मटिया महल सीट से आप के उम्मीदवार शुऐब इकबाल को अबतक 67,282 (75.96 प्रतिशत) वोट मिले हैं. चुनाव से ठीक पहले पार्टी में शामिल हुए इकबाल भाजपा के रविंद्र गुप्ता से 50,241 मतों से आगे हैं.
वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार मिर्ज़ा जावेद अली को 3,409 (3.85 प्रतिशत) वोट मिले हैं. मटिया महल सीट पर 1993 से कभी भी कांग्रेस नहीं जीती है. यहां से अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर इकबाल ही जीतते आए हैं, लेकिन 2015 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे इकबाल को तब हार का मुंह देखना पड़ा था, लेकिन इस बार उन्होंने आप के टिकट पर चुनाव लड़ा है.
Source : Bhasha