दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. दिल्ली की जनता 8 फरवरी 2020 को मुख्यमंत्री पद के लिए वोटिंग करेगी और 11 फरवरी को पता चल जाएगा कि राजधानी दिल्ली में किसकी सरकार बनी. लेकिन इस बार के चुनाव में धनबल और बाहुबल लगातार बढ़ रहा है. देश की राजधानी में चुनाव लड़ने वाले 20 फीसदी से अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.जबकि इनमें से 15 फीसदी ऐसे उम्मीदवार हैं जिन पर संगीन मामलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं.
हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के अनुसार, इस बार के चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वर्ष 2008 में यह संख्या केवल 14 फीसदी रही थी लेकिन 2013 में यह आंकड़ा 16 फीसदी और 2015 में 17 प्रतिशत हो गया.
एडीआर या एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म ने सभी उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच के बाद ये रिपोर्ट तैयार की है.
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इसी के साथ ही साथ करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या भी इस चुनाव में काफी बढ़ गई है. इस बार दिल्ली के दंगल में 36 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या कांग्रेस के उम्मीदवारों की है. विधानसभा चुनाव में लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति भी बढ़ गई है. इस बार चुनाव में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति करीब 4.34 करोड़ रुपये की थी. औसत संपत्ति में करीब 1 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.
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आप के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 15.25 रुपये है. कांग्रेस के 66 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 11.68 करोड़ और भाजपा के 67 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.22 करोड़ रुपये है. साल 2013 विधानसभा चुनाव में लड़े प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3.43 करोड़ रुपये थी. जबकि उसके पहले 2008 में यह 1.77 करोड़ थी.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में बढ़ी है बाहुबली उम्मीदवारों की संख्या.
- राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी को होनी है वोटिंग.
- 11 फरवरी को आएंगे चुनाव के परिणाम.
Source : News Nation Bureau